नयी दिल्ली । नेशनल पेमेंट्स कॉर्पोरेशन ऑफ इंडिया (एनपीसीआई) ने कहा कि सभी यूनिफाइड पेमेंट्स इंटरफेस (यूपीआई) बेस्ड एप्लिकेशन उपभोक्ताओं का लोकेशन या जियोग्राफिक डेटा रिकॉर्ड करने से पहले उनकी परमिशन मांगेगा।
नेशनल पेमेंट्स कॉर्पोरेशन ऑफ इंडिया (एनपीसीआई) ने कहा कि सभी यूनिफाइड पेमेंट्स इंटरफेस (यूपीआई) बेस्ड एप्लिकेशन उपभोक्ताओं का लोकेशन या जियोग्राफिक डेटा रिकॉर्ड करने से पहले उनकी अनुमति मांगेगा। एक सर्कुलर में, एनपीसाआई ने कहा कि यदि उपभोक्ता ने सर्विसेस का उपयोग करते समय मूल रूप से लोकेशन का खुलासा करने के लिए पहले ही सहमति दे दी है, तो इसके प्रावधान बिना किसी समस्या के पेश किए जाने चाहिए। सर्कुलर में कहा गया है, “ग्राहक द्वारा ऐप के लिए लोकेशन या जियोग्राफिकल डिटेल शेयर करने के लिए सहमति रद्द करने के बाद भी ऐप्स को यूपीआई सेवाएं प्रदान करना जारी रखना चाहिए।”
अगर नहीं किया ये काम तो होगी कड़ी कार्रवाई
जब भी कोई ग्राहक अपना लोकेशन रिकॉर्ड करने की अनुमति देता है, तो अनुमति को यूपीआई को उचित रूप से सूचित किया जाना चाहिए; नहीं तो कंपनी कड़ी कार्रवाई करेगी। यदि ग्राहक सहमति देने से मना करता है तो कोई भी सर्विस प्रोवाइडर को पेमेंट सर्विसेस को अस्वीकार या डिसेबल नहीं करना चाहिए। 1 दिसंबर, 2022 तक सभी सदस्यों द्वारा उपरोक्त सभी नियमों का पालन किया जाना चाहिए, और ये केवल इंडिविजुअल्स के बीच डोमेस्टिक यूपीआई ट्रांजेक्शन पर लागू होते हैं।
क्रेडिट कार्ड को यूपीआई से जोड़ने के साथ डिजिटल पेमेंट्स में क्रेडिट कार्ड की पहुंच बढ़ने का अनुमान है। यूपीआई सिस्टम, जो देश में सबसे समावेशी भुगतान के रूप में विकसित हुई है, शुरुआत में आरबीआई की प्रारंभिक योजना के तहत रुपे क्रेडिट कार्ड से जुड़ी थी। लेनदेन के माध्यम के रूप में बढ़ते उपयोग से फिनटेक प्लेटफार्मों को लाभ होने का अनुमान है। यह अनुमान है कि यूपीआई के साथ क्रेडिट कार्ड के एकीकरण से फुल-स्टैक फाइनेंशियल सॉल्यूशन प्रोवाइडर पेटीएम को लाभ होगा।
यूपीआई और रूपे कार्ड की सेवा जल्द ही फ्रांस में उपलब्ध होंगी। न्यूज एजेंसी एएनआई के मुताबिक, एनपीसीआई की अंतरराष्ट्रीय शाखा ने फ्रांस में यूपीआई और रुपे की स्वीकृति के लिए लाइरा नेटवर्क के साथ एक समझौता ज्ञापन पर सहमति जताई है।
भारत एक महीने में 5.5 अरब यूपीआई लेनदेन कर रहा
केंद्रीय संचार मंत्री अश्विनी वैष्णव ने कहा, “पूरी दुनिया देख रही है कि भारत एक महीने में 5.5 अरब यूपीआई लेनदेन कर रहा है। यह भारत के लिए एक बड़ी उपलब्धि है। फ्रांस के साथ आज का समझौता ज्ञापन दुनिया की ओर एक बड़ा कदम है।”
क्या है यूपीआई
यूपीआई एनपीसीआई द्वारा शुरू किया गया एक पेमेंट सिस्टम है, जो लाभार्थी के बैंक अकाउंट के किसी भी डिटेल की आवश्यकता के बिना, एक मोबाइल प्लेटफॉर्म पर दो बैंक अकाउंट्स के बीच इंस्टैंट मनी ट्रांसफर करने की सुविधा प्रदान करती है।