पुणे. 10 साल की इशिता कटियाल दुनिया के सबसे बड़े टेड यूथ कॉन्फ्रेंस (टेडएक्स) में स्पीच देने वाली भारत की सबसे कम उम्र की स्पीकर बन गई हैं। टेडएक्स कॉन्फ्रेंस कनाडा के वैंकूवर में सोमवार को ऑर्गनाइज की गई थी। इशिता की स्पीच पूरी होते ही लोगों ने खड़े होकर तालियां बजाईं।
– टेक्नोलॉजी, एंटरटेनमेंट और डिजाइन (T.E.D) सेक्टर की हस्तियां इस कॉन्फ्रेंस में शामिल होती हैं।
– कॉन्फ्रेंस में आम जनता से जुड़े मुद्दों पर बोलने की इजाजत होती है।
– ओपनिंग स्पीच देकर इशिता सिर्फ 10 साल की उम्र में टेड की सबसे कम उम्र की स्पीकर बन गई हैं।
क्या कहा कॉन्फ्रेंस के दौरान?
– इशिता ने कहा, “बच्चों से यह पूछने की जगह कि वह बड़े होकर क्या करना चाह रहे हैं, उनसे यह पूछना चाहिए कि वे अभी क्या करना चाहते हैं।”
– “आज भी हम बहुत कुछ कर सकते हैं, लेकिन एक बड़ी ताकत ऐसी भी है, जो बच्चों के सपनों के खिलाफ काम कर रही है।”
– “बड़े अक्सर बच्चों को कम आंकने की कोशिश करते हैं और इस दौरान वह बच्चों के भीतर एक डर पैदा कर देते हैं।”
किस बात के लिए हजार बार सोचना चाहिए?
“बच्चों की स्कूल की फीस बढ़ाने से पहले स्कूल को 10 बार सोचना चाहिए, लड़ाई में जाने से पहले देश को 100 बार सोचना चाहिए, फूड और वाटर वेस्ट करने से पहले हजार बार सोचना चाहिए और बच्चों को आगे बढ़ने से रोकने से पहले 10 हजार बार सोचना चाहिए।”
-“मुझे पूरी आशा है की आप बड़े हम बच्चों को दुनिया को अपने नजरिए से देखने में सहायता करेंगे।”
– जैसे ही स्पीच पूरी हुई, कार्यक्रम में मौजूद सैकड़ों लोगों ने खड़े होकर तालियां बजाईं।
– इस कार्यक्रम में ऑस्कर विनर म्यूजिक कम्पोजर ए.आर. रहमान ने भी परफॉर्म किया।
कौन हैं इशिता कटियाल?
– पुणे की रहने वाली 10 साल की इशिता बालेवाड़ी के विबग्योर हाई स्कूल की स्टूडेंट हैं।
– इससे पहले इशिता साल 2015 में बाल दिवस के मौके पर ‘आप अब क्या बनना चाहते हैं?’ टॉपिक पर स्पीच दे चुकी हैं।
– टेडएक्स से उनका जुड़ाव उनके स्कूल में आयोजित एक कार्यक्रम के दौरान हुआ।
– इशिता ने अपनी मां नैन्सी कटियाल से टेड टीम में शामिल होने की इच्छा जताई।
– इसके बाद स्काइप पर दो इंटरव्यू दिए और इशिता एशिया में टेडएक्स की आर्गनाइजिंग टीम की सबसे कम उम्र की मेंबर बन गईं।
– इशिता ने टेडएक्स का पहला इवेंट 7 फरवरी को अपने स्कूल में आयोजित किया था।
– सिर्फ 10 साल की उम्र में इशिता ने ‘सिमरन डायरी’ नाम की एक किताब भी लिखी है।
– इस किताब में एक 10 साल की लड़की दुनिया को कैसे देखती है, यह बताया गया है।