नयी दिल्ली : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देश में मेट्रो रेल तंत्र के लिये मानदंड निर्धारित करने की खातिर एक समिति गठित करने के प्रस्ताव को आज मंजूरी दे दी। आधिकारिक सूत्रों ने यहां बताया कि समिति के अध्यक्ष ई श्रीधरन होंगे। उन्हें मेट्रो मैन के नाम से जाना जाता है।
भारतीय इंजीनियरिंग सेवा (आईईएस) से सेवानिवृत्त अधिकारी श्रीधरन ने 1995 से 2012 तक दिल्ली मेट्रो के प्रबंध निदेशक के तौर पर काम किया। दिल्ली मेट्रो के मुंडका-बहादुरगढ़ रेल खंड का इससे पहले उद्घाटन करते हुए मोदी ने कहा कि उनकी सरकार की प्राथमिकता सुविधाजनक, आरामदेह और किफायती शहरी परिवहन व्यवस्था का निर्माण करना है। उन्होंने अपने संबोधन में कहा, ‘‘हमारी सरकार मेट्रो के संबंध में एक नीति ले कर आई। ऐसा इसलिये क्योंकि हमने महसूस किया कि मेट्रो प्रणाली से जुड़े पहलू के लिये बुनियादी मानकों के अनुरूप बेहतर तालमेल और काम की आवश्यकता है।’’ उन्होंने यह भी कहा कि सरकार देश में मेट्रो कोच का निर्माण करके ‘मेक इन इंडिया’ पहल को बढ़ावा देना चाहती है। मोदी ने कहा, ‘‘कई देशों ने दिल्ली मेट्रो और अन्य मेट्रो के निर्माण में हमारी मदद की और अब हम मेट्रो प्रणाली के लिये कोच डिजाइन करके अन्य देशों की मदद कर रहे हैं।’’उन्होंने कहा कि मेट्रो प्रणाली के निर्माण की प्रक्रिया सहकारी संघवाद से भी जुड़ी हुई है। उन्होंने कहा, ‘‘भारत में जहां भी मेट्रो का निर्माण किया जा रहा है, केंद्र और संबंधित राज्य सरकारें साथ मिलकर काम कर रही हैं।’ प्रधानमंत्री ने कहा, ‘‘नये भारत को नये और स्मार्ट आधारभूत संरचना की जरूरत है। हमने सड़क, रेलवे, राजमार्गों, हवाई मार्गों, जलमार्गों और आई-वेज पर काम किया है। संपर्क और विकास परियोजनाएं समय पर पूरी हों इसे सुनिश्चित करने पर अतुलनीय ध्यान दिया जा रहा है।’’