गुवाहाटी : वीरता पुरस्कार से सम्मानित मिजोरम की 11 साल कैरोलिन मालस्वामटलुआंगी बहादुर ही नहीं सहृदय भी हैं। दिल्ली में वीरता पुरस्कार से मिली राशि का आधा हिस्सा उन्होंने 7 साल की उसी बच्ची को सौंप दिया, जिसे उन्होंने बचाया था। कैरोलिन ने बच्ची को 10 हजार रुपए, चांदी का हार और दिल्ली से लाए कपड़े दिए।
कैरोलिन की मां लालसांगझेली ने बताया कि जब उसे बच्ची की आर्थिक स्थिति के बारे में बताया गया तो वह द्रवित हो उठी और उसने उसकी मदद करने के लिए कहा। पिछले साल जून में जब कैरोलिन पूर्वी आइजोल के ज़ुंग्तुई इलाके में घर के पास सहेलियों के साथ खेल रही थी, तभी एक अनजान बच्ची भी खेलने लगी। बाद में पता चला कि उसे अपहृत किया गया था। इसके बाद वह खुद बच्ची की तलाश में जुट गई। यह बच्ची, जोनुनसांगिन फनाई (31) के घर पर थी। मौका भांप कर मालस्वामटलुआंगी ने बच्ची को अपनी पीठ पर लादा और अपने घर तक दौड़ते हुए ले आई थी। इसके बाद, कैरोलिन के माता-पिता ने पुलिस को सूचित किया और आरोपी महिला को गिरफ्तार कराया था।