नयी दिल्ली : भारत और बांग्लादेश दोनो देशों के बीच जल परिवहन को बढ़ावा देने के लिये रूपनारायण नदी को प्रोटोकॉल मार्ग के रूप में शामिल करने पर विचार करने के लिये सहमत हुये हैं। इसके अलावा दोनों पक्षों पश्चिम बंगाल में कोलाघाट और बांग्लादेश में छिलमारी को जहाजों के पड़ाव के लिए नामित करने पर भी सहमति हुई है। अंतर्देशीय जल परिवहन के प्रोटोकॉल व्यवस्था और उसमें सुधार पर चर्चा के लिए द्विपक्षीय बैठक में यह निर्णय लिया गया। भारत के नौवहन मंत्रालय ने एक बयान में कहा कि बांग्लादेश के साथ ‘अंतर्देशीय जल पारगमन एवं व्यापार पर प्रोटोकॉल’ (पीआईडब्ल्यूटीटी) विषय पर स्थायी समिति की 19वीं बैठक में दोनों देश पश्चिम बंगाल में जियोंखली से कोलाघाटी तक रूपनारायण नदी (राष्ट्रीय जल मार्ग- 86) को शामिल करने के विषय में विचार करने पर सहमत हुए हैं। पश्चिम बंगाल में कोलाघाट और बांग्लादेश में छिलमारी को जहाजों के विश्राम स्थल के रूप में घोषित करने पर भी सहमति बनी है।”
नयी व्यवस्था के तहत फ्लाई ऐश, सीमेंट, निर्माण सामग्री इत्यादि रूपनारायण नदी के जरिए भारत से बांग्लादेश भेजी जा सकेगी। बयान में कहा गया है कि दोनों देश अंतर्देशीय प्रोटोकॉल मार्ग और तटीय नौवहन मार्गों पर यात्रियों और क्रूज जहाजों के आवागमन के लिये मानक संचालन प्रक्रिया (एसओपी) को अंतिम रूप दिया गया है। क्रूज सेवाएं कोलकाता से ढाका और गुवाहाटी से जोरहाट के बीच चलायी जा सकती हैं।