नयी दिल्ली । केंद्रीय रेल, संचार और आईटी मंत्री अश्विनी वैष्णव ने मोदी सरकार के पिछले 10 वर्षों में भारतीय रेलवे में परिवर्तनकारी परिवर्तनों को प्रदर्शित करने के लिए डेटा जारी किया है। मुंबई में विकसित भारत एंबेसडर कार्यक्रम को संबोधित करते हुए केंद्रीय मंत्री ने कहा कि 2014 से पहले रेलवे को पॉलिटिकली दूध देने वाली गाय की तरह प्रयोग किया जाता था। ऐसे कई मंत्री हैं, जिन्हें रेलवे के विकास से कुछ लेना-देना नहीं था। उन्होंने सिर्फ अपने संसदीय क्षेत्र या कुछ लोगों के लिए विकास किया था। 2014 के पहले के 60 साल तक देश में एक ही परिवार ने शासन किया। उन 60 सालों में रेलवे इलेक्ट्रिफिकेशन मात्र 20 हजार किलोमीटर हुआ। लेकिन, 2014 से 2024 में रेलवे का इलेक्ट्रिफिकेशन 44 हजार किलोमीटर हुआ। 1950 से 1970 तक रेलवे में जो काम होना चाहिए था, ताकि रेलवे की कैपेसिटी, जनसंख्या और इकोनॉमी के हिसाब से बढ़ाई जा सके, करीब 40-50 साल तक रेलवे को इग्नोर करके रखा गया। केंद्रीय मंत्री अश्विनी वैष्णव ने आगे कहा- 2014 में नरेंद्र मोदी के सत्ता में आने के बाद से प्रतिदिन 4 किलोमीटर के हिसाब से रेलवे नेटवर्क बिछाया गया। मतलब, साल भर में 1,200-1,500 किलोमीटर नई पटरियां बिछाई गई। 31 मार्च 2024 को फाइनेंशियल ईयर तक 5,300 किलोमीटर रेलवे नेटवर्क को जोड़ा गया है। एक साल में स्विट्जरलैंड के रेलवे नेटवर्क 5,000 किलोमीटर के बराबर जोड़ा गया है। इससे पहले साल में 5,200 किलोमीटर पटरियां बिछाई गई। मोदी सरकार ने 10 साल में देशभर में रेलवे में 31,000 किलोमीटर नए रेलवे ट्रैक जोड़े। यानी जर्मनी के बराबर देश में रेलवे नेटवर्क को जोड़ा गया है। दुनिया आर्श्चयचकित है कि किस तरह से यह काम संभव हो पा रहा है। देश के 140 करोड़ देशवासियों को एक आधुनिक ट्रेन की जरूरत थी, क्या उसे 20-30 साल पहले नहीं लाया जा सकता था। लेकिन, यह सौभाग्य भी पीएम मोदी के खाते में आया।
इसके अलावा अश्विनी वैष्णव ने कहा कि पीएम मोदी को अपने देश के इंजीनियर और डिजाइनरों के टैलेंट पर दृढ़ विश्वास था और उसी विश्वास के कारण पीएम मोदी ने स्पष्ट कहा कि हम दूसरे देशों से ट्रेन नहीं लेंगे, हमें खुद से आत्मनिर्भर बनना होगा। इसके बाद वंदे भारत डेवलप हुई। आज वर्ल्ड क्लास ट्रेन के जो भी मानक होते हैं, वो इस ट्रेन में मौजूद हैं। आज देशभर में 1,300 रेलवे स्टेशनों का आधुनिकीकरण किया जा रहा है। महाराष्ट्र में 120 रेलवे स्टेशनों के आधुनिकीकरण का काम चल रहा है। भारत में बुलेट ट्रेन का डिजाइन बनना शुरू हो चुका है। अब भारत में बनी बुलेट ट्रेन भविष्य में एक्सपोर्ट होने वाली है। कांग्रेस ने देश को एक हीन भावना में रखा हुआ था, जिसमें देश का विकास करने की बजाए हमेशा दूसरों के ऊपर निर्भर रहना पड़ता था। मोदी सरकार के 10 साल में यह माइंडसेट चेंज हुआ है। हम कुछ भी तैयार कर सकते हैं।