भारत के बैडमिंटन खिलाड़ी सात्विक ने बना डाला गिनीज बुक विश्व रिकॉर्ड

भारत के सात्विकसाईराज रंकीरेड्डी ने सबसे तेज शॉट लगाने का गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड बनाया। उनके शॉट से शटल की 565 किमी/घंटा की हैरान करने वाली गति दर्ज की गई जो कई दिग्गज खिलाड़ियों से आगे थी । आंध्र प्रदेश के अमलापुरम शहर के रहने वाले 22 वर्षीय ने 493 किमी/घंटा का एक दशक पुराना रिकॉर्ड तोड़ दिया। मलेशियाई शटलर टैन पर्ली ने 438 किमी/घंटा की गति से शॉट लगाया था, जो रिकॉर्ड था। रंकीरेड्डी ने यह रिकॉर्ड 14 अप्रैल, 2023 को बनाया, जिसे अब मान्यता मिली है। सात्विकसाईराज रंकीरेड्डी और चिराग शेट्टी की भारतीय पुरुष युगल जोड़ी ने जून में जकार्ता में इंडोनेशिया ओपन जीता। वे सुपर 1000 प्रतियोगिता जीतने वाली पहली युगल जोड़ी हैं। स्टार भारतीय शटलर वर्तमान में चल रहे कोरिया ओपन में एक्शन में हैं। उन्होंने राउंड 32 में थाइलैंड के किटिनुपोंग केड्रेन और सुपाक जोमकोह को 21-16, 21-14 से हराकर राउंड ऑफ 16 में प्रवेश किया है।
सात्विकसाईराज के पिता रहे हैं राज्य स्तर के खिलाड़ी
सात्विकसाईराज रंकीरेड्डी का जन्म 13 अगस्त 2000 को हुआ था। वह आंध्र प्रदेश के अमलापुरम जिले के रहने वाले हैं। वह युगल और मिश्रित युगल में खेलते हैं। सात्विकसाईराज रंकीरेड्डी के पिता का नाम काशी विश्वनाथ और मां का नाम रंगमणि है। उनके पिता राज्य स्तरीय बैडमिंटन खिलाड़ी और रिटायर फिजिकल टीचर हैं, जबकि मां गृहिणी हैं। उनके बड़े भाई रामचरण रंकीरेड्डी भी उनकी तरह बैडमिंटन खिलाड़ी हैं।
सात्विकसाईराज ने 6 वर्ष की उम्र में खेलना शुरू किया, पिता पहले कोच
सात्विकसाईराज 6 साल की छोटी उम्र में बैडमिंटन खेलना शुरू किया था। शुरुआत में उनके पिता उनके कोच थे और वह अमलापुरम में ऑफिसर्स क्लब में खेलते थे। 2014 में वह गोपीचंद बैडमिंटन अकादमी में शामिल हुए, जहां उन्होंने पूर्व बैडमिंटन खिलाड़ी और राष्ट्रीय कोच पुलेला गोपीचंद के मार्गदर्शन में खेलना शुरू किया। वह अंडर-13 लेवल पर सब-जूनियर स्टेट बैडमिंटन चैंपियनशिप के रूप में करियर का पहला खिताब जीता।
उन्होंने 2014 में अंडर-17 वर्ग में सब-जूनियर नेशनल बैडमिंटन में कृष्णा प्रसाद गारगा के साथ अपना पहला राष्ट्रीय युगल खिताब जीता। 2015 में इस जोड़ी ने एशियाई जूनियर बैडमिंटन चैंपियनशिप में अंडर-17 पहला इंटरनेशनल गोल्ड मेडल अपने नाम किया। उस वर्ष उन्होंने टाटा ओपन इंडिया इंटरनेशनल में मिश्रित युगल साथी कुल्लपल्ली मनीषा के साथ अपना पहला इंटरनेशनल खिताब (सीनियर लेवल का) जीता। इसके बाद तो खिताबों की झड़ी लग गई।
सात्विकसाईराज रंकीरेड्डी की उपलब्धियां
सात्विकसाईराज रंकीरेड्डी की प्रमुख अंतरराष्ट्रीय उपलब्धि 2018 में आई जब उन्होंने डबल्स स्पर्धा में चिराग शेट्टी के साथ रजत पदक जीता। इसके बाद ऑस्ट्रेलिया के गोल्ड कोस्ट में राष्ट्रमंडल खेलों में मिश्रित टीम स्पर्धा में स्वर्ण पदक जीता। उस वर्ष उन्होंने जकार्ता एशियाई खेलों में चिराग शेट्टी के साथ जोड़ी बनाई, लेकिन दूसरे दौर में दक्षिण कोरिया के चोई सोलग्यू और मिन ह्युक कांग से हार गए। सात्विकसाईराज 2019 में तब सुर्खियों में आए जब उन्होंने और चिराग शेट्टी ने चीन के ली जुनहुई और लियू युचेन को हराकर थाइलैंड ओपन डबल्स खिताब अपने नाम किया। यह सुपर 500 सीरीज खिताब जीतने वाली पहली भारतीय युगल जोड़ी बनी थी। उस वर्ष वह डबल्स फाइनल में पहुंचे। हालांकि, फ्रेंच ओपन में इंडोनेशिया के मार्कस फेरलैंडी गिदोन और केविन संजय सुकामुल्जो से हार गए। सात्विकसाईराज रंकीरेड्डी और चिराग ने 2021 तोक्यो ओलिंपिक के लिए क्वॉलिफाइ किया था। हालांकि, यह जोड़ी 9वें स्थान पर रही थी।

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