भारतीय भाषा परिषद में हिन्दी और उड़िया के कवियों संग हुई काव्य लहरी

कोलकाता : भारतीय भाषा परिषद के तत्वावधान में ‘काव्य-लहरी’-2 की आठवीं गोष्ठी भारतीय भाषा परिषद सभाकक्ष में आयोजित की गयी। इस बार हिंदी के साथ ओड़िया भाषा के कवियों ने भी अपनी कविताएँ सुनाईं। कवियों के पुष्प स्तवक से स्वागत के बाद सरस्वती वंदना अनुराधा सिंह ‘अनु’ ने प्रस्तुत किया। सभाकक्ष में उपस्थित श्रोताओं को ओड़िया भाषा एवं साहित्य पर संक्षिप्त वक्तव्य से ॠषिकेश राय ने परिचित कराया।
हिंदी में रीमा पांडेय, अनुराधा सिंह ‘अनु’ और ओड़िया में रेणुका रथ, बीनापानी देबता और प्रीतिलेखा दाश ने अपनी कविताएँ सुनाईं। गोष्ठी की अध्यक्षता की साहित्य अकादमी कोलकाता के प्रभारी अधिकारी डॉ.मिहिर कुमार साहू ने। श्री साहू ने अपने अध्यक्षीय वक्तव्य में एक ओड़िया कवि का बहुत ही भावपूर्ण संस्मरण सुनाया।
सांगोष्ठी में आमंत्रित कवियों एवं श्रोताओं के लिए स्वागत भाषण दिया परिषद के उपाध्यक्ष श्री ईश्‍वरी प्रसाद टांटिया ने तथा धन्यवाद ज्ञापन किया संजय त्रिपाठी ने। कार्यक्रम का संचालन किया कवि गिरिधर राय ने।

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