कोलकाता : मार्क डोरेन के शब्दों में शिक्षण की कला खोज में सहायता करने की कला है। एक शिक्षक हमारे जीवन में जो महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है, उस पर कभी संदेह नहीं किया जा सकता। वे हमारे जीवन को आकार देने और हमारे भविष्य को सुरक्षित करने में हमारी मदद करते हैं। इस प्रक्रिया में वे हमारा मार्गदर्शन करते हैं और हमें खुद को खोजने में मदद करते हैं और हमारे लिए सबसे अच्छा क्या है। भवानीपुर सोसायटी कॉलेज के छात्रों ने शिक्षक दिवस बड़े उत्साह के साथ मनाया। कोविड-19 प्रोटोकॉल का पालन करने और सोशल डिस्टेंसिंग बनाए रखने के लिए कार्यक्रम दो सत्रों में मनाया गया, एक सुबह और दूसरा दोपहर में। कलेक्टिव फ्लेम, इन-एक्ट फैशनिस्टा और क्रिसेंडो ने शिक्षक दिवस पर सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत किए। वर्तमान में शिक्षक और शिष्य के बीच किस प्रकार का संबंध है हास्य नाटक के द्वारा विद्यार्थियों ने प्रस्तुति दी। फ्लेम की टीम ने गुरु को केंद्र में रखकर शास्त्रीय नृत्य की प्रस्तुति दी वहीं फैशनिस्टा की टीम ने हैरी पॉटर की थीम पर फैशन रेंप किया। कॉलेज का जुबली सभागार युवाओं की ऊर्जा से पूर्ण था। सभी शिक्षकों और शिक्षिकाओं ने शिक्षक दिवस पर भरपूर आनंद उठाया। कोरोना की सभी सावधानियों के साथ कार्यक्रम किया गया। फूड पेकेट और उपहार दिए गए।
कॉलेज के डायरेक्टर जनरल डॉ. सुमन मुखर्जी ने अपने वक्तव्य में विद्यार्थियों को संबोधित करते हुए कहा कि शिक्षा विद्यार्थियों को देश के लिए अच्छे नागरिक तैयार करती है जो परिवार समाज देश के लिए अच्छा काम करे। डॉ समीर दत्ता ने शिक्षक दिवस पर सर्वपल्ली डॉ राधाकृष्णन को याद किया जिनके जन्मदिन को शिक्षक दिवस के रूप में मनाया जाता है। कोआर्डिनेटर प्रो. मीनाक्षी चतुर्वेदी और दिव्या उदेशी ने दोनों सत्रों के शिक्षक दिवस के कार्यक्रम का आयोजन किया। कॉलेज के डीन प्रो. दिलीप शाह ने वर्तमान में शिक्षक के बदलते स्वरूप पर अपनी बात रखी और विद्यार्थियों को भविष्य में आने वाली चुनौतियों से सामना करने के लिए सकारात्मक सोच के प्रति जागरूक किया। यह कार्यक्रम चार सितंबर को रखा गया। बी कॉम, बीए, बीबीए और एम कॉम के शिक्षक और शिक्षिकाओं की उपस्थिति रही। विद्यार्थियों को सभी शिक्षकों ने अपना परिचय भी दिया। इस कार्यक्रम की जानकारी दी डॉ. वसुंधरा मिश्र ने।