भवानीपुर कॉलेज में ” खय्याम के बहाने” गीत ग़ज़ल और कविताओं की धूम

कोलकाता  : भवानीपुर एडूकेशन सोसायटी कॉलेज की आधुनिक लाइब्रेरी में विद्यार्थियों ने खय्याम के बहाने गीत ग़ज़ल और कविताएं पढ़ी। 19 अगस्त 2019 को बॉलीवुड के मशहूर पद्मभूषण से नवाजे संगीत रचनाकार खय्याम की याद में उनके गीतों और गजलों को गाकर विद्यार्थियों ने श्रद्धांजलि अर्पित की।”कभी-कभी मेरे दिल में ख्याल आता है”, ” इन आंखों की मस्ती के मस्ताने हजारों हैं” , “ऐ दिले नादान” , “दिल चीज क्या है आप मेरी जान लिजिए” ,” मैं पल दो पल का शायर हूँ” ,” फिर छिड़ी रात फूलों की” , “मीठी मीठी प्यारी-प्यारी” , “जिंदगी जब भी तेरी बज्म में लाती हैं हमें ये जमीं चाँद सी बेहतर नज़र आती है हमें “जैसे प्रसिद्ध गीतों की प्रस्तुति विद्यार्थियों और शिक्षक – शिक्षिकाओं द्वारा की गई।
मोहम्मद ज़हुर खय्याम ने 250 से अधिक लोकप्रिय गीतों, गजलों और नग़मो की संगीत रचना की। चार दशकों से बॉलीवुड फिल्मों में म्युजिक कम्पोजर रहे खय्याम ने अपने कॅरियर की शुरुआत 1948 में हीर – रांझा फिल्म में शर्मा नाम से संगीत देकर किया। पत्नी जगजीत कौर भी गायिका हैं।1953 फुटपाथ फिल्म से खय्याम नाम से प्रसिद्ध हुए और फिर उमराव जान, थोड़ी सी बेवफाई, रजिया सुल्तान, नूरी, बाजार जैसी लोकप्रिय फिल्मों के संगीत को लोकप्रियता मिली। सर्वश्रेष्ठ संगीतकार, राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कार, फिल्म फेयर लाइफ एचीवमेंट पुरस्कार और 2011 में पद्म भूषण आदि अनेक पुरस्कारों से सम्मानित खय्याम जी ने अपने जीवन के चालीस दशकों से अधिक समय फिल्मों के संगीत रचना में दिए। भवानीपुर कॉलेज की लाइब्रेरी में सौरभ गोस्वामी ने “वो सुबह कभी तो आएगी” से कार्यक्रम की शुरुआत की। आकाश, आनंद सागर सोनी, मोहम्मद तारीक, अनिमेष, रितेश राय, एमा माइती रेना फरहीन चयनिका, पॉलोमी, मेधा दे, ऐशानी घोष दस्तिदार, चिराग, हृद्दीमन दास, शिनजिनी भादुड़ी, ताबीश और अंजलि दूबे ने खय्याम के बहाने कार्यक्रम में विभिन्न लोकप्रिय गीत, कविता और गजल गाए। डॉ रेखा नारिवाल, डॉ वसुंधरा मिश्र और सौरभ गोस्वामी ने खय्याम के गीत गाए। डीन प्रो. दिलीप शाह और प्रो. मीनाक्षी चतुर्वेदी, डॉ. वसुंधरा मिश्र ने इस कार्यक्रम की परिकल्पना की। संयोजन श्याम, सम्राट और अंजलि ने किया। कार्यक्रम में साठ से अधिक विद्यार्थियों की उपस्थिति रही।इस अवसर पर प्रो दिलीप शाह ने पुस्तकालय का अधिक उपयोग करने वाले विद्यार्थी को प्रमाणपत्र हौसला बढ़ाया।  यह जानकारी दी डॉ. वसुंधरा मिश्र द्वारा प्रेषित प्रेस विज्ञप्ति से मिली।

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