कोलकाता : भवानीपुर एजुकेशन सोसाइटी कॉलेज में एक्चुरियल साइंस पर वेबिनार आयोजित किया गया। वेबिनार में मुख्य वक्ता बतौर ऋषभ लड्ढा एसोसिएट एक्यूटी नॉलेज पार्टनर्स और रौनक घोरावत वरिष्ठ एनालिस्ट एकसेन्चर रहे। यह वेबिनार आईक्यू ए सी के साथ मिलकर किया गया।
एक्चुरियल साइंस क्या है तथा किस तरह एक सफल एक्चुरिज बना जा सकता है? इस फील्ड में कॅरियर विकास की क्या संभावना है ? इस क्षेत्र में हाई सैलरी पैकेज तथा सुरक्षा की भावना आदि कई ऐसे कारण हैं जिनकी वजह से ज्यादातर छात्र इस क्षेत्र में अपना कॅरियर बनाना चाहते हैं। इसकी माँग भी अधिक है क्योंकि विभिन्न उद्योगों में आने वाले जोखिमों की कमी नहीं होती है। एक्चुरिज की एक बड़ी विशेषता यह है कि वे किसी भी उद्योग में कार्य कर सकते हैं। एक फ्रेशर को भी 3-5 लाख रूपये की सालाना तनख्वाह मिलती है। आगे चलकर 3-5 वर्ष के अनुभव के बाद सालाना लगभग 10-15 लाख रुपये तक कमा सकते हैं। भारत के किसी एक्चुरिज इंस्टीट्यूट के फेलो मेंबर बनने पर लगभग 20 से 30 लाख रूपये सालाना कमा सकते हैं। रौनक घोरावत ने स्क्रीन शेयर कर अपनी बात रखी।
ऋषभ लढ्ढा ने एक्चुरिज के इंस्टीट्यूटशन के विषय में जानकारी दी। एक्चुरिज को रिक्रूट करने वाले कुछ लोकप्रिय इंस्टीट्यूट्स के विषय में बताया जैसे डब्ल्यू एन एस ग्लोबल सर्विसेज, पी डब्ल्यू सी एक्चुरियल सर्विसेज इंडिया, मिलीमैन इंडिया प्राइवेट लिमिटेड, फ्यूचर जेनराली इंश्योरेंस, आईडीबीआई बैंक, मैकिंसे एडवांस्ड हेल्थकेयर एनालिटिक्स, विलिज टावर्स वाटसन, डाइरेक्टोरेट ऑफ पोस्टल लाइफ इंश्योरेंस, अर्नेस्ट एंड यंग इंडियाआदि।
एक्चुरियल साइंस के अंतर्गत पाठ्यक्रम और परीक्षा की जानकारी दी। इस कार्यक्रम का संचालन श्रेयसी घोष ने किया। दुष्यंत चतुर्वेदी ने प्रश्नोत्तर सेशन में अपना योगदान दिया। प्रो. दिलीप शाह ने सभी विद्यार्थियों को नये कोर्स के विषय के प्रति जागरूक किया। आज डेटाबेस और स्टेटिकस के आधार पर सभी बिजनस हो रहे हैं। गणित और सांख्यिकी वाले विद्यार्थियों के लिए तो अच्छे मौके है ही, दूसरे विषय के विद्यार्थी भी अपने कॅरियर को अच्छा बना सकते हैं। प्रो मीनाक्षी चतुर्वेदी, प्रो दिव्या उडीसी, और डॉ वसुंधरा मिश्र की उपस्थिति रही।