भवानीपुर कॉलेज में उमंग 23 में चला मोहित चौहान के गीतों का जादू

कोलकाता । भवानीपुर एजूकेशन सोसाइटी कॉलेज का उमंग 23 का उद्घाटन समारोह 26.दिसम्बर को आरम्भ हुआ ।कॉलेज के वरिष्ठ छात्राओं के समूह ने भारतीय शास्त्रीय नृत्य की सुंदर प्रस्तुति दी जो अर्द्धनारीश्वर पर आधारित थी जहां स्त्री पुरुष दोनों को सृष्टि का प्रमुख कारण माना गया है । भारतीय संस्कृति की खुशबू से सभी के मन को उमंग से भर दिया।कॉलेज के अध्यक्ष रजनीकांत दानी ने सभी अतिथियों का स्वागत किया और उमंग23 को आरंभ करने का ऐलान किया। प्रमुख अतिथि जीओसी बंगाल सब एरिया मेजर जनरल एच धर्मराजन का कॉलेज ने मंच को डिजिटल रूप से बटन दबा कर गतिशील किया साथ में मेजर अर्जुन लांबा रहे। उद्घाटन में विशेष रूप से झरना, धर्म, चक्र और घड़ी गतिशील हुए । कॉलेज के रेक्टर और डीन प्रो दिलीप शाह द्वारा इस वर्ष की थीम मेज और अमेज के विषय में बताया।यह थीम कुछ पाने कुछ खोने की ओर संकेत करती है। इस भूलभुलैया भरे जीवन में जैसे कुछ पाने का सुख है वैसे ही कुछ खोने का भी योगदान है। बढ़ते प्रदूषण ने हमारी संस्कृति को नष्ट भी किया है और हमें फिर से हरे – भरे जंगल और पर्यावरण को संरक्षित करने की आवश्यकता है जो हमारी खोई मनुष्यता और संवेदनाओं को लौटा सकता है। प्रकृति में अद्भुत पाने की संभावनाएं छिपी हैं।
प्रमुख अतिथि जीओसी मेजर जनरल धर्म राजन ने कॉलेज के आर्ट एन मी के विद्यार्थियों, वोलिंटियर्स और अन्य कॉलेज से आए सभी प्रतिभागी विद्यार्थियों को उत्कृष्ट शिक्षा के साथ कौशल विकास को बढ़ावा देने के लिए कॉलेज के रेक्टर और डीन प्रो दिलीप शाह और मैनेजमेंट के पदाधिकारियों को शुभकामनाएँ दीं। खेल शिक्षा साहित्य संस्कृति सभी क्षेत्रों में बढ़ावा देने पर बल दिया। अपने वक्तव्य से विद्यार्थियों के जोश को दुगना किया।
65 कॉलेज और 3000 प्रतिभाशाली प्रतिभागियों का सक्रिय रूप से भाग है उमंग।इन प्रतिभागियों को भवानीपुर कॉलेज का उमंग मंच अपनी साहित्यिकी और सांस्कृतिक प्रतिभा को कॉलेज के प्रमुख प्रवेशद्वार से लेकर सजावट और वहां से मंच तक आने का मार्ग पारंपरिक और आधुनिकता के विभिन्न विकास को दर्शाया किया गया है जिसमें मिट्टी की मूर्तियों और फिर धातुओं के युग का समय आया। एक ओर लेटर बॉक्स और दूसरी ओर डिजिटल युग। वर्तमान में आदिम युग से आधुनिकता की यात्रा में हमने क्या पाया और क्या खोया इसे लेकर प्रतिभाएं अपना- अपना प्रदर्शन कर रहे हैं। वार ऑफ डीजेस, अन्त्याक्षरी, डिवेट आदि कई प्रतियोगिताओं के प्राथमिक आयोजन हुए। उमंग के उद्घाटन समारोह में  भवानीपुर डिजाइन एकेडमी ने सभी को प्रतिभागियों को सम्मानित किया। इस अवसर पर कॉलेज के डायरेक्टर जनरल डॉ सुमन मुखर्जी, रेक्टर और डीन प्रो दिलीप शाह, टीआईसी डॉ सुभब्रत गंगोपाध्याय,बीडीए की डायरेक्टर रेणुका भट्ट, मैनेजमेंट के पदाधिकारियों में नलिनी पारेख, प्रदीप सेठ, उमेद ठक्कर, राजू भाई और शिक्षक शिक्षिकाओं आदि की उपस्थिति रही।
द्वितीय दिन 27 दिसंबर बाहर से आए सभी प्रतिभागियों के लिए एक नया अनुभव था। हिंदी अंग्रेजी और बांग्ला भाषा में सृजनात्मक प्रतियोगिता, सटायर, फोटो स्टोरी, ग्रुप फोक डांस, वार अॉफ रेपर्स, बैंकर्स पैराडाइस, इंडीपॉप, पृथ्वी से कला आदि 20 इवेंट्स किए गए। अंत में अतिथि कलाकारों द्वारा प्रस्तुति दी गई।
तृतीय दिन 28 दिसंबर भी बहुत ही रोमांचक भरा रहा ।16 से अधिक इवेंट्स संपन्न किए गए। मॉक अ कैरेक्टर, वेस्टर्न बैंड, कैटलॉग, सॉल्व द मेज, पोइट्री, मार्केटिंग मावेरिक मिशन, आर्ट ओ मैटिक, मोबाइल फिल्म मेकिंग, फैशन शो, बॉलीवुड ग्रुप डांस आदि बहुत सी प्रतियोगिताएं हुईं जिसमें विभिन्न प्रतिभागियों ने हिस्सा लिया।
चतुर्थ दिन उमंग का आखिरी दिन 29 दिसंबर को 20 इवेंट्स की भागीदारी रही जिसमें स्ट्रीट प्ले, ग्रुप फोक डांस, स्कील, चेसपोली, स्नूकर, रॉकेट लीग, उमंग आइडल, नॉन गैस कूकिंग, वेस्टर्न ग्रुप डांस, क्लोजिंग सेरेमनी आदि कई इवेंट्स हुए।
तारों से भरे आकाश की छत्रछाया में, नॉर्दर्न पार्क का विद्युतीकरण वातावरण की शाम जादुई से कम नहीं थी । मशहूर संगीत सनसनी मोहित चौहान बहुप्रतीक्षित भवानीपुर उमंग कार्यक्रम में मंच पर आए और माहौल उत्साह से भर गया। 11,000 से अधिक उत्सुक प्रशंसक एकत्र हुए, प्रत्येक व्यक्ति की प्रत्याशा सामूहिक उत्साह के चरम में योगदान दे रही थी जिसे जमीन पर स्पंदित होते हुए महसूस किया जा सकता था।
भवानीपुर एजूकेशन सोसाइटी कॉलेज के समापन समारोह में भारतीय सेना के पूर्वी कमान के चीफ ऑफ स्टाफ लेफ्टिनेंट जनरल श्रीकांत कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में थे जो कॉलेज के लिए गौरव की बात थी। लेफ्टिनेंट जनरल श्रीकांत ने बॉलीवुड के मशहूर गायक मोहित चौहान को सम्मानित किया। इस अवसर पर भवानीपुर कॉलेज के उपाध्यक्ष मिराज डी शाह और रेक्टर और डीन प्रो दिलीप शाह ने साथ दिया। भवानीपुर के नार्दन पार्क में बड़े आयोजन में मोहित चौहान ने जब वी मेट आदि विभिन्न फिल्मों के प्रसिद्ध गीतों के द्वारा छात्र छात्राओं और प्रमुख पदाधिकारियों, अतिथियों और बहुत संख्या में लोगों में अपनी आवाज के जादू को बिखेरा।राहों की दूरियाँ,पी लूं, तेरे नीले नीले शबनम तुम से ही दिन होता है सुरमई शाम आती है तुमसे ही आदि युवा के लिए रोमांटिक गानों की झड़ी लगा दी। डूबा डूबा रहता हूं पहला एल्बम बूंदे के ंहिट गीत से प्रसिद्धि प्राप्त मोहित चौहान के कार्यक्रम का आयोजन और संयोजन मैनेजमेंट  के पदाधिकारियों द्वारा किया गया।
उमंग23 के सभी कार्यक्रम का आयोजन कॉलेज के विद्यार्थियों द्वारा किया गया ।स्टार इवेंट्स, मैनेजमेंट इवेंट्स, फाइन आर्ट्स, स्पोर्ट्स आदि की कई प्रतियोगिताएं हुईं। डीन अॉफिस के संयोजन में सभी विद्यार्थी वोलिंटियर्स एनसीसी की टीम ने अपने-अपने कार्यों को पूरे दायित्व से निभाया। प्रो मीनाक्षी चतुर्वेदी, प्रो दिलीप शाह, प्रो दिव्या उदेशी, प्रो समीक्षा खंडूरी के समवेत सहभागिता से उमंग ने फिर से नई प्रतिभाओं को सम्मानित किया।
उमंग23 के पूर्ण रूपेण प्रतिभागी सेंट जेवियर्स प्रथम स्थान पर एवं द्वितीय स्थान पर भवानीपुर एजूकेशन सोसाइटी कॉलेज रहा। विजेता कॉलेज को बरगद वृक्ष की ट्राफी देकर सम्मानित किया गया। सभी इवेंट्स के निर्णायकों को सम्मानित किया गया। उमंग के स्पांसर्स, फूड स्टाल और सभी सहयोगियों को धन्यवाद दिया गया। कार्यक्रम की जानकारी दी डॉ वसुंधरा मिश्र ने ।
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भवानीपुर कॉलेज के एन एस एस द्वारा वंचित बच्चों के लिए जगाई आशा की किरण
 भवानीपुर एजुकेशन सोसाइटी कॉलेज के एन एस एस की विद्यार्थियों की टीम ने ‘रे ऑफ़ होप’ नामक एक कार्यक्रम का आयोजन किया, जिसने ‘हम’ संगठन के साथ आए कुछ वंचित बच्चों के चेहरों पर मुस्कान ला दी। ह्यूमैनिटी फॉर यू एंड मी (एचयूएम) एक युवा आधारित गैर-लाभकारी संगठन है जो 2014 से काम कर रहा है और यह समाज के वंचित वर्गों को भोजन, शिक्षा (जुगनू) और रोजगार (किरण) प्रदान करने पर केंद्रित है। अपनी कड़ी मेहनत और दृढ़ संकल्प से उन्होंने एक ढही हुई इमारत का पुनर्निर्माण किया और वर्तमान में नर्सरी से मिडिल स्कूल तक के छात्रों को पढ़ा रहे हैं। इस कार्यक्रम में साल्ट लेक और वीआईपी बाज़ार के पास की मलिन बस्तियों के 100 से अधिक छात्रों ने भाग लिया। एचयूएम का लक्ष्य इन बच्चों के लिए एक सुरक्षित और पोषणपूर्ण वातावरण प्रदान करना है। इन बच्चों के जीवन में बदलाव लाने के लिए उनका समर्पण और प्रतिबद्धता वास्तव में प्रेरणादायक है।
आर्ट इन मी कलेक्टिव द्वारा कॉलेज के प्रवेश द्वार और उसके आसपास को दोषरहित सजावट से सजाने में प्रदर्शित विस्तार और कलात्मक कौशल पर ध्यान वास्तव में विस्मयकारी था। टीम ने मेहमानों के लिए अनोखे सेल्फी बूथ के साथ-साथ कार्टून की हूबहू हाथ से बनाई गई प्रतिकृतियां बनाईं। एनएसएस टीम ने विभिन्न प्रकार की आकर्षक गतिविधियों और खेलों की योजना बनाई और उन्हें क्रियान्वित किया, जो बच्चों की रुचियों को पूरा करते थे और उन्हें मंत्रमुग्ध और व्यस्त रखते थे। बच्चों के बीच कपड़े, सहायक उपकरण, स्टेशनरी, बेक्ड आइटम, खिलौने और अन्य उपहार वितरित करने के लिए कई स्टॉल लगाए गए थे, जिन्हें उन्हें कॉलेज द्वारा प्रदान किए गए मुद्रा टोकन का उपयोग करके खरीदना था, जिससे बच्चों को उन वस्तुओं को चुनने का मौका मिला जो उन्हें पसंद थीं। उन्होंने गुब्बारे मारना, पिंग पोंग गेंदों पर निशाना लगाना, कप व्यवस्थित करना और अपने हाथों का उपयोग किए बिना भोजन करना जैसे खेल खेले, जो छात्रों के लिए एक मजेदार और रोमांचक अनुभव था। कॉलेज के छात्रों द्वारा बच्चों के लिए “बुद्धू सा मन है,” “बम बम बोले,” और “आशियान” जैसे लोकप्रिय गीतों पर मंत्रमुग्ध कर देने वाली प्रस्तुति देखने लायक थी। बदले में, दर्शकों को उन बच्चों के शानदार प्रदर्शन का आनंद मिला जो उस दिन के मेहमान थे। सांस्कृतिक रूप से समृद्ध और विविध गीत जैसे “गणेश वंदना,” “ढोली तारो,” और कुछ खूबसूरत बंगाली लोक गीत भी प्रदर्शन का हिस्सा थेबच्चों द्वारा प्रदर्शित प्रदर्शन की गहराई और समृद्धि उनकी जन्मजात प्रतिभा और उनके प्रशिक्षकों के समर्पण का प्रमाण थी। आइसक्रीम और जूस के रूप में प्रदान किया गया जलपान एक सामान्य धूप वाले मौसम के दिन एक ताज़ा राहत थी। खुशी का माहौल स्पष्ट था क्योंकि सभी स्वयंसेवक और छोटे बच्चे दिल खोलकर नाच रहे थे।
हमारे जीवन में “आशा की किरण” (आशार अलॉय) का प्रतिनिधित्व करने के लिए प्रत्येक प्रतिभागी को एक मोमबत्ती प्रदान करने का प्रतीकात्मक इशारा, इस आयोजन में एक मार्मिक और शक्तिशाली क्षण था। जब उन्होंने प्रेरणादायक गीत “मन में है विश्वास” गाया और अपनी मोमबत्तियाँ जलाईं, तो यह न केवल उनके लिए बल्कि समुदाय के लिए भी एक उज्जवल और सकारात्मक भविष्य की उनकी आशा का प्रकटीकरण था। पूरा वालिया हॉल एक सकारात्मक माहौल से गूंज उठा। सामूहिक आशा के रूप में साहसी ऊर्जाऔर पूरे क्षेत्र में सकारात्मक तरंगें गूंज उठीं।पेंट के साथ खेलने और कॉलेज की दीवारों पर हाथ के निशान छोड़ने की बाद की गतिविधि प्रतिभागियों के लिए स्थायी यादें बनाने का एक रचनात्मक और अभिनव तरीका था। गतिविधि ने न केवल छात्रों को रचनात्मक रूप से खुद को अभिव्यक्त करने की अनुमति दी बल्कि कार्यक्रम में एक व्यक्तिगत स्पर्श भी जोड़ा। अंतिम परिणाम हाथ के निशानों का एक सुंदर और रंगीन प्रदर्शन था जो प्रतिभागियों की एकता और विविधता का प्रतीक था। रचनात्मकता, आनंद और एकता का यह एक आदर्श मिश्रण रहा । यह आयोजन इस बात का एक आदर्श उदाहरण था कि कैसे छोटे-छोटे प्रयास बड़ा प्रभाव डाल सकते हैं। आयोजन के सफल आयोजन में छात्र मामलों के डीन,प्रो दिलीप शाह, प्रो.मीनाक्षी चतुर्वेदी के साथ-साथ सुश्री गार्गी और उनकी पूरी एनएसएस टीम का निस्वार्थ प्रयास और जीवन में बदलाव लाने के लिए उनकी अटूट प्रतिबद्धता रही । भवानीपुर कॉलेज के  स्वयंसेवकों इस आयोजन को सफल बनाने में प्रमुख भूमिका रही। रिपोर्टर तनीषा हीरावत फ़ोटोग्राफ़र पापोन दास रहे। जानकारी दी डॉ वसुंधरा मिश्र ने ।
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मैक्स लाइफ और पॉलीस्टील प्लेसमेंट अभियान में भवानीपुर एजूकेशन सोसाइटी कॉलेज के विद्यार्थियों का चयन 
कोलकाता । भवानीपुर एजुकेशन सोसाइटी कॉलेज ने 9 दिसंबर, 2023 को सुबह 9:00 बजे से शाम 6:00 बजे तक कॉलेज की लाइब्रेरी में एक प्लेसमेंट ड्राइव की मेजबानी की। इस कार्यक्रम ने छात्रों के लिए आशाजनक करियर पथ पर आगे बढ़ने के लिए एक प्रवेश द्वार के रूप में कार्य किया। इस बार, दो प्रतिष्ठित कंपनियों, मैक्स लाइफ इंश्योरेंस और बीडीजी पॉलीस्टील लिमिटेड ने इस अभियान में भाग लिया, प्रत्येक ने अलग-अलग भूमिकाओं की तलाश की – मैक्स लाइफ इंश्योरेंस ने वित्तीय विश्लेषक प्रशिक्षुओं की तलाश की, जबकि बीडीजी पॉलीस्टील लिमिटेड ने मार्केटिंग, डिजिटल मार्केटिंग और अकाउंट्स के लिए उम्मीदवारों के चयन हेतु इंटरव्यू लिए गए ।
मैक्स लाइफ इंश्योरेंस द्वारा कुल 42 छात्रों को शॉर्टलिस्ट किया गया , जिनमें से 3 का सफलतापूर्वक चयन किया गया। बीडीजी पॉलीस्टील लिमिटेड ने 57 उम्मीदवारों को शॉर्टलिस्ट किया, अंततः 6 का चयन कियाचयन प्रक्रिया को साक्षात्कार के दो दौरों के माध्यम से सावधानीपूर्वक पूरा किया गया, पहला साक्षात्कार कॉलेज की लाइब्रेरी में आयोजित किया गया। विशेष रूप से, कोई समूह चर्चा आयोजित नहीं की गई, जिससे प्रक्रिया को सुव्यवस्थित किया गया और व्यक्तिगत उम्मीदवार के आकलन पर सीधा ध्यान केंद्रित किया गया। इस अभियान में छात्रों की सक्रिय भागीदारी देखी गई, जिससे एक आकर्षक माहौल बना। कार्यक्रम का सफल समापन हुआ, क्योंकि छात्रों को वित्त, विपणन, डिजिटल मार्केटिंग और खातों के संबंधित क्षेत्रों में अपने कौशल का योगदान करने का अवसर मिला। यह सत्र शैक्षणिक संस्थानों और उद्योग के खिलाड़ियों के बीच एक और उपयोगी सहयोग का प्रतीक है। रिपोर्टर तनीषा हीरावत रहीं । कार्यक्रम की जानकारी दी डॉ वसुंधरा मिश्र ने ।

शुभजिता

शुभजिता की कोशिश समस्याओं के साथ ही उत्कृष्ट सकारात्मक व सृजनात्मक खबरों को साभार संग्रहित कर आगे ले जाना है। अब आप भी शुभजिता में लिख सकते हैं, बस नियमों का ध्यान रखें। चयनित खबरें, आलेख व सृजनात्मक सामग्री इस वेबपत्रिका पर प्रकाशित की जाएगी। अगर आप भी कुछ सकारात्मक कर रहे हैं तो कमेन्ट्स बॉक्स में बताएँ या हमें ई मेल करें। इसके साथ ही प्रकाशित आलेखों के आधार पर किसी भी प्रकार की औषधि, नुस्खे उपयोग में लाने से पूर्व अपने चिकित्सक, सौंदर्य विशेषज्ञ या किसी भी विशेषज्ञ की सलाह अवश्य लें। इसके अतिरिक्त खबरों या ऑफर के आधार पर खरीददारी से पूर्व आप खुद पड़ताल अवश्य करें। इसके साथ ही कमेन्ट्स बॉक्स में टिप्पणी करते समय मर्यादित, संतुलित टिप्पणी ही करें।