नयी दिल्ली । महिंद्रा समूह की रियल्टी शाखा महिंद्रा लाइफस्पेसेज डेवलपर्स लिमिटेड ने कहा कि वह बेंगलुरु में भारत की पहली शुद्ध-शून्य ऊर्जा आवास परियोजना बनाएगी, जिसके लिए 500 करोड़ रुपये का निवेश किया जाएगा। इस आवासीय परियोजना में 550 इकाइयां शामिल हैं।
कंपनी ने यह घोषणा भी की कि वह 2030 से केवल शुद्ध-शून्य ऊर्जा आवास परियोजनाओं का विकास करेगी और समूह पेरिस समझौते के लक्ष्य से दस साल पहले 2040 तक कार्बन निरपेक्ष बन जाएगा। शुद्ध-शून्य का अर्थ उत्सर्जन को कम करके और वातावरण से कार्बन डाइऑक्साइड को अवशोषित करके मानव गतिविधि द्वारा उत्पादित ग्रीनहाउस गैसों की मात्रा को पूरी तरह से समाप्त करना है।
इस मौके पर वीडियो कॉन्फ्रेंस के जरिए आयोजित एक कार्यक्रम में महिंद्रा समूह के चेयरमैन आनंद महिंद्रा ने कहा, ‘‘मैं स्पष्ट रूप से एक ऐसे भविष्य की कल्पना कर सकता हूं, जहां आने वाली पीढ़ी के बच्चे हर सांस के लिए लड़ रहे हैं, और वे मेरी ओर मुड़कर कहते हैं- आप इस बारे में कुछ कर सकते थे, लेकिन आपने नहीं किया।’’
उन्होंने आगे कहा, ‘‘इसलिए मैं आज यहां अपनी प्रतिबद्धता दोहरा रहा हूं कि एक समूह के रूप में हम पेरिस समझौते के लक्ष्य से दस साल पहले, वर्ष 2040 तक कार्बन निरपेक्ष हो जाएंगे।’’