पटना : देश में बुजुर्गों का ख्याल रखने के मामले में बिहार की स्थिति उत्तर प्रदेश-मध्य प्रदेश से बेहतर है। वृद्ध राज्यों की श्रेणी में बुजुर्ग लोगों को गुणवत्ता प्रदान करने की बात आती है तो बिहार शीर्ष-3 राज्यों में शामिल है। इसमें राज्यस्थान पहले नंबर पर है। इसके बाद महाराष्ट्र और फिर बिहार का नंबर आता है। प्रधानमंत्री की आर्थिक सलाहकार परिषद (ईएसी-पीएम) के अध्यक्ष डॉ. बिबेक देबरॉय ने ‘बुजुर्गों के लिए जीवन की गुणवत्ता सूचकांक’ शीर्षक से रिपोर्ट जारी की है।
इंस्टीट्यूट फॉर कॉम्पिटिटिवनेस की ओर से तैयार की गई रिपोर्ट
ईएसी-पीएम के अनुरोध पर इंस्टीट्यूट फॉर कॉम्पिटिटिवनेस की ओर से यह रिपोर्ट तैयार की गई है। इस रिपोर्ट में राज्यों को दो श्रेणियों बुजुर्ग (जहां वरिष्ठ नागरिकों की आबादी 50 लाख से अधिक है) और ‘अपेक्षाकृत बुजुर्ग’ (जहां बुजुर्गों की आबादी 50 लाख से कम है) में बांटा गया है। रिपोर्ट के मुताबिक ‘अपेक्षाकृत बुजुर्ग’ श्रेणी के राज्यों में हिमाचल प्रदेश शीर्ष पर है जबकि उत्तराखंड और हरियाणा इस श्रेणी के राज्यों में क्रमश: दूसरे और तीसरे स्थान पर हैं।
बुजुर्गों को बेहतर सुविधा के मामले में तीसरे नम्बर पर बिहार
बुजुर्ग आबादी वाले राज्यों में बिहार का कुल स्कोर 51.82 है। वहीं टॉप दो राज्यों राजस्थान और महाराष्ट्र ने क्रमशः 54.61 और 53.31 स्कोर किया है। इंडेक्स का मूल्यांकन बुजुर्गों की भलाई को लेकर करीब 45 अलग-अलग संकेतकों पर किया गया था। जिसमें चार स्तंभ – वित्तीय, सामाजिक कल्याण, हेल्थ सिस्टम और इनकम सिक्योरिटी शामिल हैं। दूसरे पैरामीटर में आर्थिक सशक्तिकरण, शैक्षिक योग्यता और रोजगार, सामाजिक स्थिति, शारीरिक और सामाजिक सुरक्षा, बुनियादी स्वास्थ्य, मनोवैज्ञानिक कल्याण आदि शामिल हैं।