बीरभूम। जिले में अग्निशमन सेवाओं को और अधिक सुदृढ़ करने के लिए राज्य सरकार चार नए दमकल केंद्र स्थापित करने की दिशा में तेज़ी से काम कर रही है। जिला परिषद और प्रशासनिक सूत्रों के अनुसार, लाभपुर, नलहाटी, मुरारई और तारापीठ में नए अग्निशमन केंद्र निर्माण की प्रक्रिया शुरू हो चुकी है। जिला परिषद ने जानकारी दी कि नलहाटी दमकल केंद्र के लिए निविदा जारी कर दी गई है। इसके अलावा, लाभपुर दमकल केंद्र के लिए राज्य सरकार की ओर से निर्माण कार्य का औपचारिक निर्देश भी जारी कर दिया गया है। अधिकारियों का कहना है कि इन केंद्रों के बन जाने के बाद दमकल कर्मियों को घटनास्थल पर पहुंचने में कम समय लगेगा, जिससे आगजनी से होने वाले नुकसान की संभावना कम हो जाएगी। वर्तमान में जिले में पांच स्थायी दमकल केंद्र मौजूद हैं। तीन महकमा शहरों के साथ-साथ सांतलिया और दुबराजपुर में भी स्थायी केंद्र संचालित हैं। इसके अतिरिक्त, तारापीठ में एक अस्थायी दमकल केंद्र कार्यरत है। प्रशासन का मानना है कि नए केंद्र शुरू होने के बाद जिले की अग्निशमन व्यवस्था और अधिक प्रभावी हो जाएगी। राज्य सरकार ने 14 नवंबर को लाभपुर दमकल केंद्र के निर्माण के लिए आधिकारिक कार्यादेश जारी किया है। यह केंद्र लाभपुर के बकुल क्षेत्र में बनाया जाएगा। जानकारी के अनुसार, इस भवन का निर्माण दो चरणों में होगा। पहले चरण में लगभग 3 करोड़ 60 लाख रुपये की लागत से दो मंज़िला भवन बनाया जाएगा और तुरंत ही उसे चालू कर दिया जाएगा। बाद में इसे चार मंज़िला भवन के रूप में विस्तारित किया जाएगा। लाभपुर, नानूर, मयूरेश्वर–1, मयूरेश्वर–2, पूर्व बर्दवान का खेतुग्राम–1 और 2, तथा मुर्शिदाबाद के बड़ज्ञा और भरतपुर समेत कुल आठ ब्लॉक इस लाभपुर दमकल केंद्र के अधीन आएंगे। लाभपुर के विधायक अभिजीत सिंह ने बताया कि चार मंज़िला भवन की मंज़ूरी पहले ही मिल चुकी है और उन्होंने जिला शासक के साथ निर्माण स्थल का निरीक्षण भी कर लिया है। नलहाटी में भी एक नया दमकल केंद्र बनाया जाएगा, जिसके लिए निविदा प्रक्रिया पूरी की जा चुकी है। यह केंद्र राष्ट्रीय राजमार्ग के पास स्थित सीएडीसी मोड़ पर स्थापित किया जाएगा। मुरारई विधानसभा क्षेत्र के पाइकर में भी दमकल केंद्र निर्माण की तैयारी जारी है। सिंचाई विभाग के अधीन रही जमीन अब दमकल विभाग को हस्तांतरित कर दी गई है और वहाँ विस्तृत परियोजना रिपोर्ट (डीपीआर) तैयार की जा रही है। तारापीठ में भी स्थायी दमकल केंद्र के लिए भूमि चिह्नित कर ली गई है। वहाँ भी अब भवन के नक्शे और डीपीआर तैयार होने की प्रक्रिया चल रही है। जिला प्रशासन के एक वरिष्ठ अधिकारी ने सोमवार सुबह बताया कि इन चार नए दमकल केंद्रों के चालू हो जाने के बाद जिले में आग की घटनाओं पर नियंत्रण पाने में काफी आसानी होगी।





