20 साल तक दादा रहे थे मुखिया, अब 21 साल की पोती को पंचायत की कमान
पटना :बिहार में अनुष्का सबसे कम उम्र में मुखिया बनी हैं। राज्य में पंचायत चुनाव का 7वां चरण समाप्त हो गया है। पंचायत चुनाव में आधी आबादी को इस बार काफी जगह मिली है। अब तक परिणामों में बिहार की सबसे कम उम्र की मुखिया भी महिला ही चुनी गई हैं। शिवहर जिले की कुशहर पंचायत में 21 साल की अनुष्का मुखिया बनी हैं। अनुष्का के दादा भी 20 साल तक मुखिया रहे थे।
287 मतों से जीती
कुशहर गांव की रहने वाली अनुष्का ने बेंगलुरु के प्रतिष्ठित संस्थान से BA की डिग्री हासिल की है। पढ़ाई के बाद वह गांव लौटी। यहां पंचायत चुनाव के दौरान प्रत्याशी के रूप में मैदान में कूदी। जीत हुई तो चर्चा पूरे इलाके में होने लगी। अनुष्का ने रीता देवी को 287 मतों से शिकस्त दी है। अनुष्का के पिता सुनील कुमार सिंह 2011 से 2016 तक जिला पार्षद रहे। जबकि, दादा राजमंगल सिंह 1978 से 2001 तक पंचायत में बतौर मुखिया के रूप में प्रतिनिधित्व किया था।
पंचायत में मेडिकल कॉलेज बनाने का लक्ष्य
स्थानीय लोगों की मानें तो अनुष्का के दादा के प्रतिनिधित्व का फल है, जो पोती अनुष्का को मिली है। दादा राजमंगल सिंह ने इस पंचायत में काफी काम किया गया है। पंचायत में हाई स्कूल भी बनवाया था। अनुष्का ने कहा, ‘अपने दादा के सपनों को साकार करेगी। दादा का सपना था की इस पंचायत में मेडिकल कॉलेज बने, जिसके लिए परिवार ने जमीन भी दिया है। मेरा पहला लक्ष्य यही है कि इसके अलावा पंचायत को डिजिटल और भ्रष्टाचार मुक्त बनाना।’
जनता का भरोसा टूटने नहीं देंगे
अनुष्का को समाजसेवा की भावना घर से ही जगी है। दादा से लेकर पिता तक प्रतिनिधित्व करते रहे हैं। इसी वजह से अनुष्का चुनाव मैदान में उतरी और जीत भी दर्ज की। जीत के बाद बधाइयों का दौर अभी खत्म नहीं हुआ है। अनुष्का ने कहा, ‘यह जीत कुशहर पंचायत की जनता की जीत है। बड़ी जिम्मेदारी दी है। अब वह पंचायत का हर स्तर पर विकास करेगी। चुनाव प्रचार के दौरान जनता ने उन्हें मुखिया बनाने का आश्वासन दिया था। जीत भी दिला दी है। अब उनके भरोसे लायक काम करना है।’