बहराइच । यूपी में बहराइच जनपद में आई भीषण बाढ़ ने न सिर्फ खेत, मकान और झोपड़ियों को अपने आगोश में ले लिया है। बल्कि तमाम रास्ते भी खराब हो गए हैं। नानपारा से मिहीपुरवा मार्ग के बीच काफी बड़ी पुलिया में दरारें आ गई है, जिससे कई दिन से मुख्य मार्ग बन्द है। इसी तरह बढैय्या और मान पुरवा के बीच बनी पुलिया भी बाढ़ की भेंट चढ़ गई। लगभग 25 गांव की लाखों की आबादी प्रभावित हुई है। सामुदायिक सहयोग से गांव के लोंगों ने बना लिया है।
बढैय्या, रामपुर, अग्घरा, दलजीत पुरवा, कोडरी, खाले पुरवा, टेपरा, ऐरनवा व बैबाही आदि गाव के लोग इस पुलिया से होकर ही अपने घर जाते थे। इस पुलिया के टूट जाने से नज़दीक की मुख्य बाज़ार मिहीपुरवा और नानपारा के सारे रास्ते बंद हो गए थे।
मुख्य बाजारों से आवागमन बन्द होने के कारण बाढ़ पीड़ित ग्रामीणों को बहुत परेशानी उठानी पड़ रही थी। तब बढैय्या के लोगो ने गांव में एक सामूहिक बैठक की और यह निर्णय लिया गया कि दान में लकड़ी के पटरे और बल्ली बटोर कर पुलिया का निर्माण कर दिया जाए।
गांव वालो की योजना सफल हुई और पटरे-बल्ली इकट्ठा हो गए तथा श्रम दान से पुलिया बन गई। पुलिया बनने से पैदल, सायकिल और मोटरसाइकिल यात्रियों की समस्याओं का निदान हो गया। कोई गाड़ी मोटर तो नहीं निकल सकती पुलिया से लेकिन आम आदमी को पहले जैसी सुविधा का अनुभव हो रहा है।
इस सम्बंध में उपजिलाधिकारी ज्ञान प्रकाश त्रिपाठी से जब पूछा गया तो उन्होंने कहा कि मैंने अभी पुलिया तो नहीं देखी है, लेकिन सामुहिक योगदान से अगर कोई विकास कार्य होता है तो इसमें कोई बुराई नहीं। उन्होंने यह भी कहा कि समीक्षा की जा रही जो भी सड़क या पुलिया क्षतिग्रस्त हुई हैं उन्हें शीघ्र ही ठीक करा दिया जाएगा।