कोलकाता । मर्चेन्ट्स चेम्बर ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्री (एमसीसीआई) ने निर्यातकों के लिए जागरूकता सत्र आयोजित किया । इस सत्र में पश्चिम बंगाल सर्कल के पोस्ट मास्टर जनरल (एम एंड बी डी) अनिल कुमार ने डाकघर की विभिन्न योजनाओं पर प्रकाश डाला । उन्होंने कहा कि डाक विभाग ने बचत खातों से 450 करोड़ रुपये अर्जित किए जबकि पार्सल डिलिवरी से 299 करोड़ रुपये और आधार जारी कर 9.21 करोड़ रुपये की आय की । 2.11 लाख रुपये की पासपोर्ट सेवा प्रदान कर की गयी । उन्होंने कहा कि भारत में 60 हजार डाकघर हैं जिनमें से बंगाल में 12 हजार डाकघर हैं। इससे वस्तुओं की डिलिवरी में सुविधा हुई, साथ ही निर्यात को प्रोत्साहित करने के लिए डाकघर निर्यात केन्द्र योजना भी आरम्भ की गयी है । इससे भारत के किसी भी कोने से गंगाजल तक का निर्यात किया जा रहा है । निर्यातकों के लिए जीएसटी रिफंड की भी सुविधा है । कुमार ने कहा कि डाकघर सेवा इस समय 213 देशों में है जबकि एशिया – पैसिफिक के 38 देशों ई कॉमर्स की सुविधा है । एमसीसीआई की फॉरेन ट्रेड काउंसिल के चेयरमैन महेश केयाल ने डाकघर निर्यात केन्द्र योजना की सराहना की । धन्यवाद ज्ञापन फॉरेन ट्रेड काउंसिल के फॉरेन ट्रेड काउंसिल के सदस्य बी डी अग्रवाल ने दिया ।