नयी दिल्ली : सरकार ने स्पष्ट किया कि बीएसएनएल और एमटीएनएल को बंद करने की योजना नहीं है बल्कि उन्हें उबारने की तैयारी की जा रही है। दूरसंचार मंत्री रवि शंकर प्रसाद ने लोकसभा में यह जानकारी दी।
बीएसएनएल, एमटीएनएल ने सरकार से मदद मांगी थी। प्रसाद ने कहा कि बीएसएनएल और एमटीएनएल के रिवाइवल प्लान के लिए आईआईएम अहमदाबाद और डेलॉइट की मदद भी ली गई थी। उनकी सिफारिशों के आधार पर विस्तृत योजना बनाई जा रही है। घाटे से जूझ रही दोनों टेलीकॉम कंपनियों ने दूरसंचार विभाग से मदद मांगी थी। प्रसाद ने बताया कि बीएसएनएल की कुल आय का 75.06% और एमटीएनएल की आय का 87.15% कर्मचारियों पर खर्च हो जाता है। जबकि, निजी कंपनियों में यह 2.9% से 5% तक है। प्रसाद ने कहा कि पिछले 5-6 महीने में एमटीएनएल के कर्मचारियों के वेतन में कुछ दिन की देरी हुई थी। लेकिन, फिलहाल किसी का वेतन बकाया नहीं है। बीएसएनएल के कर्मचारियों को लगातार वेतन मिल रहा है। फरवरी की सैलरी में थोड़ी देरी हुई थी। आधिकारिक आंकड़ों के मुताबिक इस साल 31 मार्च तक बीएसएनएल में कुल 1 लाख 63 हजार 902 कर्मचारी थे। इस दौरान एमटीएनएल के कर्मचारियों की संख्या 21,679 थी।