‘बंगीय हिंदी परिषद’ में ऑनलाइन काव्य-गोष्ठी ‘कविकल्प’ का आयोजन

कोलकाता :  कलकत्ते की प्राचीन हिंदी संस्था ‘बंगीय हिंदी परिषद’ में काव्य-गोष्ठी कविकल्प का सफल आयोजन किया गया। यह आयोजन ऑनलाइन गूगल मीट के माध्यम से सम्पन्न हुआ। कार्यक्रम की अध्यक्षता वरिष्ठ कवि डॉ. कुंवर वीर सिंह मार्तण्ड ने की और सभी युवा रचनाकारों के उज्ज्वल भविष्य की कामना की। कार्यक्रम का आरंभ करते हुए अपने स्वागत भाषण में परिषद के मंत्री डॉ. राजेन्द्र नाथ त्रिपाठी ने दिवंगत काली प्रसाद जायसवाल को श्रद्धांजलि अर्पित की और उनकी लिखी कविताओं का पाठ कर उन्हें याद किया। इसके अतिरिक्त उन्होंने सभी युवा कलमकारों को नवसंवत्सर की बधाई देकर सृजनशील बने रहने की सीख दी। रमाकांत सिन्हा ने सरस्वती वंदना के साथ अपना काव्य-पाठ किया। अनेक नए कवियों ने नवसंवत्सर की कविता के साथ समसामयिक मुद्दों पर भी अपनी रचनाएं प्रस्तुत की।गोष्ठी में शामिल अन्य कवि थे – श्री गजेन्द्र नाहटा,श्री नंदलाल रौशन,श्रीमती सुदामी यादव,निखिता पाण्डेय, संघमित्रा रॉय,सूर्यदेव रॉय, रीमा पांडेय, अभिषेक पाण्डेय,पुष्पा मिश्रा,डॉ. राजेन्द्र नाथ त्रिपाठी, डॉ. कुंवर वीर सिंह मार्तण्ड तथा सुषमा राय पटेल। अध्यक्षीय वक्तव्य में डॉ. कुंवर वीर सिंह मार्तण्ड ने यह बताया कि इस मुश्किल समय में भी हम सब डिजिटल पटल से साहित्य और साहित्यकारों से परस्पर जुड़े हैं, यह अत्यंत सराहनीय है। इस कार्यक्रम का संचालन कविकल्प गोष्ठी की संयोजक पुष्पा मिश्रा ने किया और धन्यवाद ज्ञापन परिषद की संयुक्त मंत्री, सुषमा राय पटेल ने किया।

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