नयी दिल्ली : एशियन गेम्स में कांस्य पदक जीतकर देश का नाम रोशन करने वाले हरीश कुमार एक बार फिर अपनी चाय की दुकान पर पहुंचे गए हैं। उनके घर की आजीविका इस चाय की दुनाक पर ही टिकी है।
न्यूज एजेंसी एएनआई से बातचीत में हरीश कुमार ने खुलकर बताया कि उनका परिवार बड़ा है और आय का श्रोत कम है। हरीश ने कहा कि मैं चाय की दुकान पर पिता की मदद करता हूं। इसके साथ ही 2 बजे से 6 बजे तक चार घंटे खेल का अभ्यास करता हूं।उन्होंने कहा कि परिवार के बेहतर भविष्य के लिए अच्छी नौकरी करना चाहता हूं।
याद दिला दें कि हाल ही में देश की तरफ से एशियन गेम्स में खेलते हुए हरीश ने कांस्य पदक जीता था। मेडल जीतने के बाद वे जमीन से जुड़े हुए हैं। या यूं कह लीजिए परिवार के लिए सबकुछ करने के लिए तैयार हैं। खेल से खाली होने के बाद एक बार फिर वे अपने पिता के साथ चाय की दुकान पर हाथ बंटा रहे हैं।