कोलकाता । एसपी जैन स्कूल ऑफ ग्लोबल मैनेजमेंट के प्रो परिमल मर्चेंट को ‘बिजनेस में सफलता’ पर एक सत्र के लिए 31 जनवरी 2023 को आमंत्रित किया गया था। लेकिन अप्रत्याशित प्रतिबद्धताओं के कारण, डॉ मर्चेंट को अपनी बात रद्द करनी पड़ी, जिसका उन्हें गहरा अफसोस रहा । इस संकट का सर्वोत्तम तरीके से प्रबंधन करते हुए छात्र मामलों के डीन प्रो दिलीप शाह ने ‘व्यवसाय में सफलता’ पर एक आकर्षक सत्र लिया। सत्र की शुरुआत सुबह 11.00 बजे प्रो. विवेक पटवारी द्वारा प्रो. शाह का परिचय कराने और मंच पर उनका स्वागत करने के साथ हुई। प्रोफेसर शाह ने अपने वक्तव्य में कहा कि कैसे किसी भी शैक्षणिक संस्थान का साथ एक दी गई स्थिति से एक सबक प्राप्त करना है, ताकि सीखने-सिखाने की प्रक्रिया बाधाओं के बावजूद जारी रहे।
प्रो. शाह ने छात्रों के साथ ‘व्यवसाय में सफलता’ पाने के वास्तविक अर्थ पर आमने-सामने चर्चा की। छात्रों द्वारा पूछे गए प्रश्नों में से एक प्रश्न जो सबसे अलग था वह था “निरंतर कैसे रहें?” चर्चा की शुरुआत इस बात से हुई कि हम जिस भी संकट का सामना कर रहे हैं उसका समाधान होना चाहिए। सफलता का मूल सफल होने में नहीं बल्कि समस्या से बाहर निकलने का रास्ता खोजने में सुसंगत होने में निहित है।डॉ वसुंधरा मिश्र ने जानकारी देते हुए कहा कि प्रो शाह ने वास्तव में सत्र में अपनी उपस्थिति से इसे साबित कर दिया क्योंकि उन्होंने सत्र को बंद करने के बजाय छात्रों के साथ बातचीत की।
प्रो शाह के दर्शन का मूल है “रास्ते में आने वाली बाधाओं के बावजूद, अपने दिन को रचनात्मक रूप से कैसे शामिल किया जाए।” छात्रों के लिए केवल ‘व्यवसाय में सफलता’ नहीं थी, बल्कि ‘जीवन में सफलता’ खोजना था, जो अपने आप में एक उत्पादक सबक बन गया।