कोलकाता : देश की मशहूर डांसर अमला शंकर का कोलकाता में शुक्रवार को निधन हो गया। वह 101 साल की थीं। अमला शंकर दिग्गज कोरियोग्राफर उदय शंकर की पत्नी थीं। अमला शंकर ने उस दौर में नृत्य सीखा, जब महिलाओं के नाचने को समाज में हेय दृष्टि से देखा जाता था। अमला शंकर, सितार वादक पंडित रवि शंकर की भाभी हैं। अमला शंकर की पोती और नृत्यांगना श्रीनंदा शंकर ने ट्विटर पर लिखा, ‘आज हमारी ‘थम्मा’ हमें छोड़ गईं। वह 101 वर्ष की थी। हमने पिछले महीने ही उनका जन्मदिन मनाया था। काफी बेचैन हूं, मुम्बई और कोलकाता के लिए कोई उड़ान उपलब्ध नहीं है। भगवान उनकी आत्मा को शांति दे।’श्रीनंद शंकर ने अपने पोस्ट में आगे लिखा है, ‘एक युग का अंत। ….जो कुछ भी दिया उसके लिए शुक्रिया।’ अमला शंकर 90 साल की उम्र तक नृत्य के क्षेत्र में सक्रिय रहीं। कला के क्षेत्र में उनके योगदान के लिए पश्चिम बंगाल सरकार ने 2011 में उन्हें ‘बंग विभूषण’ से सम्मानित किया था। मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने भी अमला शंकर के निधन पर शोक जताया है। उन्होंने कहा, ‘अमला शंकर जी के निधन से नृत्य की दुनिया को अपूरणीय क्षति पहुंची है।’
अमला शंकर का जन्म 27 जून, 1919 को अविभाजित भारत के जसोर में हुआ था जो अब बांग्लादेश में है। बचपन से ही वह कला और संगीत में रुचि रखती थीं। उनके पिता उस दौर के एक मशहूर बिजनेसमैन थे। उस दौर में जब समृद्ध घराने के लोग अपनी लड़कियों और महिलाओं को डांस से दूर रखते थे, अमला के पिता ने उनकी रुचि को आगे बढ़ाया। साल 1931 में अमला शंकर की मुलाकात उदय शंकर से हुई थे। दोनों इंटरनेशनल कोलोनियल एग्जीबिशन में शिरकत करने पेरिस पहुंचे थे। खास बात यह है कि तब अमला शंकर सिर्फ 11 साल की थीं। नृत्य में रुचि होने के कारण अमला ने उदय शंकर का डांस ग्रुप जॉइन कर लिया और फिर पूरी दुनिया और अपने नृत्य का दीवाना बना दिया। बताया जाता है कि साल 1939 में अमला एक डांस ग्रुप के साथ चेन्नई में परफॉर्मेंस दे रही थीं, तभी उदय शंकर ने उन्हें शादी का प्रस्ताव दिया। इसके तीन साल बाद 1942 में अमला और उदय शादी के बंधन में बंध गए। दोनों के दो बच्चे हैं बेटा आनंद और बेटी ममता। आनंद जहां कंपोजर और डांसर हैं, वहीं ममता अभिनोत्री व नृत्यांगना हैं। अमला शंकर ने साल 1948 में ‘कल्पना’ फिल्म में मुख्य भूमिका निभाई थी। यह फिल्म उदय शंकर ने ही बनाई थी। फिल्म की कहानी यंग डांसर्स के सपनों और डांस अकादमी पर आधारित थी। अमला शंकर ने कान फिल्म फेस्टिवल में भी शिरकत की थी और रेड कारपेट पर चलकर सुर्खियां बटोरी थीं। अमला के योगदान को देखते हुए उन्हें 2012 में संगीत नाट्य अकादमी टैगोर रत्न पुरस्कार भी मिला।