नई दिल्ली : दिल्ली के राजघाट पर दस दिनों से भूख हड़ताल पर बैठीं स्वाति मालीवाल ने अनशन तोड़ दिया है। बता दें कि पॉक्सो एक्ट में बदलाव लाने के लिए उन्होंने ये कदम उठाया था। उनका अनशन तुड़वाने उनकी दादी राजघाट पहुंची थीं। पोक्सो एक्ट में संशोधन को कैबिनेट की मंजूरी मिलने के बाद उन्होंने अनशन समाप्त करने का फैसला लिया था। एक्ट में संशोधन के लिए अध्यादेश लाने के फैसले पर उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का आभार जताया साथ ही जीत के लिए देश की जनता को बधाई दी थी।
इससे पहले स्वाति मालीवाल ने प्रधानमंत्री को एक पत्र लिखा। पत्र में उन्होंने उम्मीद जताई कि प्रधानमंत्री देश की बेटियों की आवाज सुनेंगे और देश में महिलाओं को बच्चियों की सुरक्षा के लिए निर्णायक कदम उठाएंगे।
उन्होंने पत्र में गुजारिश की जब तक उन्हें मांगों के पूरे होने का आश्वासन नहीं मिलता तब तक वह अनशन नहीं तोड़ेगी। पोक्सो एक्ट में बदलाव को लेकर लाए गए अध्यादेश को मंजूरी मिलने पर उन्होंने कहा था कि अभी सिर्फ आधी मांग पूरी हुई है, अभी भी 6 माह का प्रावधान नहीं जोड़ा गया है।
हालांकि देर शाम उन्होंने अनशन रविवार को तोड़ने की घोषणा कर दी। उन्होंने कहा कि बहुत कम आंदोलनों ने इतने कम समय में सफलता पाई है। अध्यादेश में हमारी ज्यादातर मांगों को जगह मिली है।
बच्चों के बलात्कारियों को फांसी, देश में फास्ट ट्रैक कोर्ट की स्थापना, जल्द मुकदमा खत्म करना, और बलात्कार के मामले की जांच के लिए अतिरिक्त संसाधन देना। यह सभी कदम तीन महीने में उठाए जाएंगे। यदि तीन माह में यह कदम नहीं उठाएं जाएंगे तो फिर आंदोलन शुरू किया जाएगा।