पेरिमेनोपॉज खत्म होने से पहले दिखते हैं ये लक्षण

पेरिमेनोपॉज के दौरान महिलाओं में कई प्रकार के शारीरिक बदलाव आते हैं। यह वह समय है जब महिलाओं को हर महीने आने वाले पीरियड्स यानी मासिक धर्म धीरे-धीरे समाप्त होने लगते हैं और शरीर मेनोपॉज की ओर बढ़ता है। दरअसल, पेरिमेनोपॉज के दौरान, महिलाओं के शरीर में हार्मोनल बदलाव होने लगते हैं, जिससे मासिक धर्म अनियमित हो जाता है और कई प्रकार के शारीरिक और मानसिक लक्षण दिखने लगते हैं। आमतौर पर पेरिमेनोपॉज 40 से 50 वर्ष की उम्र के बीच शुरू होता है और यह अवधि कुछ महीनों से लेकर कई सालों तक हो सकती है। लेकिन महिलाओं के लिए यह समझना थोड़ा मुश्किल हो सकता है कि पेरिमेनोपॉज का अंत कब हो रहा है। हालांकि, शरीर में पेरिमेनोपॉज खत्म होने से पहले कुछ लक्षण दिखने लगते हैं। इस लेख में क्लाउड 9 हॉस्पिटल नोएडा की फर्टिलिटी डिपार्टमेंट की एसोसिएट डायरेक्टर, प्रसूति एवं स्त्री रोग विशेषज्ञ डॉक्टर राखी से जानें पेरिमेनोपॉज से पहले महिलाओं में यह लक्षण दिखते हैं?
1. पीरियड्स में लंबा अंतराल – पेरिमेनोपॉज का समय खत्म होने का सबसे पहला लक्षण है मासिक धर्म के बीच लंबा अंतराल होना। जैसे-जैसे पेरिमेनोपॉज का समय आता है, मासिक धर्म यानी पीरियड्स के बीच के अंतराल बढ़ने लगते हैं। पहले यह अंतराल कुछ सप्ताह का होता था, लेकिन अब यह महीने या उससे अधिक का हो सकता है। यह इस बात का संकेत हो सकता है कि आपका शरीर मेनोपॉज की ओर बढ़ रहा है। मासिक धर्म की अनियमितता के कारण बहुत सी महिलाएं इसे सामान्य समझती हैं, लेकिन यह इस बात का संकेत हो सकता है कि पेरिमेनोपॉज का समय खत्म होने वाला है।
2. सिरदर्द का कम होना – पेरिमेनोपॉज के दौरान हार्मोनल उतार-चढ़ाव के कारण अक्सर महिलाओं को होती है। लेकिन जब पेरिमेनोपॉज खत्म की ओर होता है, तो सिरदर्द की समस्या कम होने लगती है। यह इस बात का संकेत है कि आपके शरीर में हार्मोनल स्थिरता आ रही है और पेरिमेनोपॉज खत्म हो रहा है।
3. मूड में स्थिरता – पेरिमेनोपॉज के दौरान एक आम समस्या होती है। हार्मोनल बदलावों के कारण महिलाएं अक्सर तनाव, चिंता और डिप्रेशन जैसी समस्याओं का सामना करती हैं। लेकिन जब महिलाएं पेरिमेनोपॉज के आखिरी फेज में होती हैं, तो मूड में स्थिरता आने लगती है। यह इस बात का संकेत है कि आपके शरीर में हार्मोनल स्तर स्थिर हो रहे हैं और यह पेरिमेनोपॉज के खत्म होने का लक्षण है।
4. बार-बार हॉट फ्लैशेज का अनुभव – पेरिमेनोपॉज के दौरान महिलाओं को हॉट फ्लैशेज की समस्या बहुत होती है। यह तब होता है जब शरीर का तापमान अचानक बढ़ जाता है, जिससे गर्मी और पसीने का अनुभव होता है। जब महिलाएं पेरिमेनोपॉज के आखिरी फेज में होती हैं, तो हॉट फ्लैशेज की समस्या ज्यादा बढ़ सकती है। यह इस बात का संकेत है कि पेरिमेनोपॉज समाप्त हो रहा है और आपका शरीर मेनोपॉज की ओर बढ़ रहा है।
5. नींद में कमी – नींद की समस्याएं पेरिमेनोपॉज के दौरान काफी आम होती हैं। हार्मोनल बदलावों के कारण कई महिलाओं को अनिद्रा और रात को पसीने की शिकायत होती है। लेकिन जब पेरिमेनोपॉज समाप्त होने की ओर होता है, तो नींद की समस्याएं ज्यादा बढ़ सकती हैं। यह इस बात का संकेत है कि आपके शरीर में हो रहे बदलावों के कारण नींद की क्वालिटी में गिरावट आ रही है और पेरिमेनोपॉज खत्म होने वाला है।

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