कोलकाता । पेटीएम ने डेटा लीक के दावों से इनकार किया है. इस मामले पर कमेंट करते हुए, पेटीएम पेमेंट्स बैंक के प्रवक्ता ने डेटा लीक के दावों का खंडन किया और कहा कि “पेटीएम पेमेंट्स बैंक की हालिया ब्लूमबर्ग रिपोर्ट में चीनी फर्मों द्वारा डेटा लीक का दावा पूरी तरह से गलत और केवल सनसनीखेज है।”
पेटीएम द्वारा जारी प्रेस विज्ञप्ति में कहा गया है ‘पेटीएम पेमेंट्स बैंक को पूरी तरह से घरेलू बैंक होने पर गर्व है और डेटा लोकलाइजेशन पर आरबीआई के निर्देशों का पूरी तरह से अनुपालन करता है। बैंक का सारा डेटा देश के अंदर रहता है। हम डिजिटल इंडिया पहल के सच्चे विश्वासी हैं और देश में फाईनेंशियल इनक्लूजन को बढ़ावा देने के लिए प्रतिबद्ध है।.”
गौरतलब है कि आरबीआई ने पेटीएम पेमेंट्स बैंक को नए ग्राहक जोड़ने पर पाबंदी लगाने की बात कहीं थी। साथ ही बैंक को अपने आईटी सिस्टम की व्यापक ऑडिट कराने को भी कहा गया था। इस खबर के सामने आने बाद ब्लूमबर्ग ने सोमवार को एक सूत्रों का हवाला देते हुए बताया कि आरबीआई ने पेटीएम पेमेंट्स बैंक को 11 मार्च को नए ग्राहकों को लेने से इसलिए रोक दिया था क्योंकि उसने भारत के नियमों के उल्लंघन में डेटा को विदेशों में सर्वरों में फ्लो करने की अनुमति दी थी और अपने ग्राहकों को ठीक से सत्यापित नहीं किया था। कम्पनी ने इन आरोपों का खंडन किया है।
पेटीएम पेमेंट्स बैंक की आधिकारिक वेबसाइट के अनुसार, प्लेटफॉर्म में वर्तमान में 300 मिलियन से अधिक वॉलेट और 60 मिलियन बैंक खाते हैं। मौजूदा यूजर अभी भी ट्रांजेक्शन के लिए पेमेंट प्लेटफॉर्म का उपयोग कर सकते हैं।