कोलकाता : शिक्षक से राजनीतिज्ञ बनीं कृष्णा बोस का शनिवार सुबह निधन हो गया। वह 89 वर्ष की थीं और आयु संबंधी बीमारियों से ग्रस्त थीं। पारिवारिक सूत्रों ने बताया कि जादवपुर निर्वाचन क्षेत्र से पूर्व तृणमूल कांग्रेस सांसद बोस कुछ समय से बीमार चल रही थीं। वह आयु संबंधी बीमारियों से ग्रस्त थीं। कुछ दिनों पहले उन्हें दूसरा स्ट्रोक आया था और वह आईसीयू में भर्ती थीं। कृष्णा बोस की शादी सुभाष चंद्र बोस के भतीजे शिशिर बोस से हुई थी। पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने ट्वीट किया कि मैंने बहुत ही सम्माननीय और प्रिय कृष्णा बोस को खो दिया। उनके निधन की खबर सुनकर दुखी और सदमे में हूं।
उन्होंने कहा कि स्वतंत्रता सेनानी शिशिर बोस की पत्नी पूर्व तृणमूल सांसद कृष्णा समाज सुधारक, मशहूर कवि और साहसी शिक्षाविद भी थीं। कृष्णा बोस सबसे पहले वर्ष 1996 में कांग्रेस के टिकट पर लोकसभा सांसद चुनी गईं और उसके बाद 1998 और 1999 में वह तृणमूल कांग्रेस के उम्मीदवार के तौर भी जीतकर लोकसभा पहुंचीं। बोस के दो बेटे सुगत और सुमंत्र के अलावा बेटी शर्मिला हैं। ढाका में 26 दिसंबर 1930 को जन्मीं कृष्णा बोस ने करीब 40 वर्षों तक कोलकाता के सिटी कॉलेज में अध्यापन किया। वह बाद में इस कॉलेज की प्रधानाचार्य भी रहीं।