नयी दिल्ली : पूर्व कैबिनेट मंत्री और भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के संस्थापक सदस्यों में से एक जसवंत सिंह का निधन हो गया है। वह 82 साल के थे और पिछले छह साल से कोमा में थे। उन्हें जून को भर्ती कराया गया था और सेप्सिस के साथ मल्टीऑर्गन डिसफंक्शन सिंड्रोम का इलाज चल रहा था। भारतीय सेना में मेजर रहे जसवंत सिंह ने बाद में राजनीति का दामन थाम लिया था। भाजपा की स्थापना करने वाले नेताओं में शामिल जसवंत ने राज्यसभा और लोकसभा, दोनों सदनों में भाजपा का प्रतिनिधित्व किया। पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी के नेतृत्व वाली सरकार में उन्होंने 1996 से 2004 के बीच रक्षा, विदेश और वित्त जैसे मंत्रालयों का जिम्मा संभाला। बतौर वित्त मंत्री जसवंत सिंह ने स्टेट वैल्यू ऐडेड टैक्स (वीएटी) की शुरुआत की जिससे राज्यों को ज्यादा राजस्व मिलना शुरू हुआ। उन्होंने कस्टम ड्यूटी भी घटा दी थी। 2014 में भाजपा ने सिंह को बाड़मेर से लोकसभा चुनाव का टिकट नहीं दिया था। नाराज जसवंत ने पार्टी छोड़कर निर्दलीय चुनाव लड़ा मगर हार गए थे। उसी साल उन्हें सिर में गंभीर चोटें आईं, तब से वह कोमा में थे।