कोलकाता : कोविड -19 के कारण प्रेसिडेंसी विश्वविद्यालय में इस वर्ष दाखिले के लिए प्रवेश परीक्षा आयोजित नहीं की गयी। मेधा सूची के आधार पर ही इस वर्ष प्रेसिडेंसी विश्वविद्यालय में स्नातक में दाखिला लिया जा रहा है। सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार करीब 50 हजार विद्यार्थियों ने दाखिले के लिए आवेदन किया था। किन्तु पहले चरण की मेधा सूची जारी होने के बाद प्रेसिडेंसी के कुल 665 सीटों में से केवल 179 सीटों पर ही विद्यार्थियों ने दाखिला लिया है। कुछ विभाग तो ऐसे हैं, जिनके 38 सीटों में से केवल 4 सीटों पर ही विद्यार्थियों ने दाखिला लिया है।
पहले चरण की दाखिले की प्रक्रिया के बाद विश्वविद्यालय प्रबंधन की चिंताएं बढ़ गयी है। एडमिशन कमेटी के नोडल अधिकारी अरविन्द नायक का कहना है कि पहली मेधा सूची में कई विद्यार्थी ऐसे भी हैं, जिन्होंने दाखिले के लिए आवश्यक कागजात अपलोड ही नहीं किया है। उनका कहना है कि अभी तक तो दाखिले की प्रक्रिया पूरी तरह समाप्त नहीं हुई है। उम्मीद की जा रही है कि सीटें जल्द ही पूरी भर जाएगी।
वहीं कई शिक्षाविदों का मानना है कि पहले चरण के दाखिले के बाद इतने अधिक सीटों का खाली रहना दो बातों की तरफ संकेत कर रहा है – या तो विद्यार्थियों का झुकाव इस वर्ष प्रेसिडेंसी विश्वविद्यालय की तरफ नहीं है या फिर ज्वाएंट एंट्रांस (मेन), नीट आदि परीक्षाओं के लिए विद्यार्थी चले जा रहे हैं। इसलिए सीटें खाली रह जा रही है।