पत्रकार के लिए जुड़ना और जोड़ना आवश्यक है : जगदीश उपासने

कोलकाता :  माखनलाल चतुर्वेदी राष्ट्रीय पत्रकारिता एवं संचार विश्‍वविद्यालय के कुलपति जगदीश उपासने ने कहा कि है कि पत्रकारिता की मूल भावना किसी भी सूरत में नहीं बदलती। पत्रकार के लिए जुड़ना और जोड़ना आवश्यक है और सोशल मीडिया भी यही कर रहा है। पत्रकारों को इंडिया पर ही नहीं, भारत की भी बात करनी होगी। कोलकाता प्रेस क्लब द्वारा माखनलाल चतुर्वेदी राष्ट्रीय पत्रकारिता एवं संचार विश्‍वविद्यालय, भोपाल तथा सन्मार्ग के सहयोग से हिन्दी में पत्रकारिता लेखन के कौशल विकास पर तीन दिवसीय कार्यशाला के समापन सत्र को सम्बोधित करते हुए उपासने ने कहा कि जनहित पत्रकारिता की पहली शर्त है।

मीडिया के सामने विश्‍वसनीनयता और पूँजी का संकट है मगर मैन्यूफक्चर्ड की गयी खबरें या ऐसे मीडिया संस्थान अधिक समय तक नहीं टिकते इसलिए तथ्यपूर्ण सत्य पत्रकारों का हथियार होता है। माखनलाल चतुर्वेदी राष्ट्रीय पत्रकारिता एवं संचार विश्‍वविद्यालय की रीवां परिसर के प्रभारी जयराम शुक्ल ने कार्यशाला के संचालक के रूप में उनके अनुभव साझा किये। उन्होंने कहा कि अक्षर स्थायी हैं इसलिए प्रिंट मीडिया के भविष्य को लेकर चिन्ता करने की जरूरत नहीं है। स्वागत भाषण प्रेस क्लब के अध्यक्ष स्नेहाशीष सूर ने दिया। इस अवसर पर प्रेस क्लब के पूर्व अध्यक्ष राज मिठौलिया भी उपस्थित थे। धन्यवाद ज्ञापन प्रेस क्लब के सचिव किंशुक प्रामाणिक ने दिया। इस कार्यशाला में महानगर के हिन्दी मीडिया समूहों के 40 से अधिक कार्यरत अनुभवी और युवा पत्रकारों ने हिस्सा लिया और सभी प्रतिभागियों को प्रमाणपत्र दिये गये।

शुभजिता

शुभजिता की कोशिश समस्याओं के साथ ही उत्कृष्ट सकारात्मक व सृजनात्मक खबरों को साभार संग्रहित कर आगे ले जाना है। अब आप भी शुभजिता में लिख सकते हैं, बस नियमों का ध्यान रखें। चयनित खबरें, आलेख व सृजनात्मक सामग्री इस वेबपत्रिका पर प्रकाशित की जाएगी। अगर आप भी कुछ सकारात्मक कर रहे हैं तो कमेन्ट्स बॉक्स में बताएँ या हमें ई मेल करें। इसके साथ ही प्रकाशित आलेखों के आधार पर किसी भी प्रकार की औषधि, नुस्खे उपयोग में लाने से पूर्व अपने चिकित्सक, सौंदर्य विशेषज्ञ या किसी भी विशेषज्ञ की सलाह अवश्य लें। इसके अतिरिक्त खबरों या ऑफर के आधार पर खरीददारी से पूर्व आप खुद पड़ताल अवश्य करें। इसके साथ ही कमेन्ट्स बॉक्स में टिप्पणी करते समय मर्यादित, संतुलित टिप्पणी ही करें।