निवेशकों के लिए स्टॉक मार्केट आकर्षक बना रहा है डिजिटाइजेशन, रिटर्न में सुधार

कम उम्र में ट्रेडिंग शुरू करना एक महत्वपूर्ण कदम है, क्योंकि यह वित्तीय अनुशासन लाता है और पर्याप्त बचत के साथ भविष्य की अनिश्चितताओं का सामना करने के लिए तैयार करता है। इस क्षेत्र में बढ़ता डिजिटाइजेशन ज्यादा से ज्यादा मिलेनियल्स निवेशकों को स्टॉक मार्केट ट्रेडिंग की दुनिया में एक गहरा गोता लगाने को आकर्षित कर रहा है और इस वजह से बड़ी संख्या में युवा स्टॉक मार्केट में निवेश कर रहे हैं।
एंजेल ब्रोकिंग लिमिटेड के चीफ ऑपरेशन ऑफिसर नीलेश गोकराल के अनुसार, डिजिटाइजेशन के नेतृत्व में दुनिया में बड़े पैमाने पर अगली तकनीकी क्रांति दिख रही है। पहले स्टॉक ब्रोकर और ट्रेडर फ्लोर पर मिलते थे और लेन-देन होते थे। लेकिन अब यह सारी व्यवस्था डिजिटल पर शिफ्ट हो गई है। स्टॉक ब्रॉकर्स का पहले बाजार पर एकाधिकार था और उनकी अंतर्दृष्टि और सिफारिशें निवेशकों के लिए जानकारी का एकमात्र स्रोत थीं, डॉट-कॉम क्रांति से महत्वपूर्ण बदलाव आया है। ऑनलाइन प्लेटफॉर्म के आने से सूचनाएं सभी के लिए सस्ती और सुलभ हो गई हैं। इस वजह से ट्रेडिंग अब भौतिक उपस्थिति तक सीमित नहीं रहा, बल्कि डिजिटल माध्यमों के जरिए सुलभ होता गया। स्टॉक मार्केट ट्रेडिंग के लिए मोबाइल एप की बढ़ती संख्या के कारण अब एक बार फिर बड़े पैमाने पर शिफ्ट हो रहा है। ऑनलाइन प्लेटफॉर्म और मोबाइल एप्स ने मिलकर ट्रेडर्स को समृद्ध जानकारी तक पहुंच दी और त्वरित निर्णय लेने में सक्षम बनाया है।
इसके लिए ट्रेडिंग का अधिकतम लाभ हासिल करने में डिजिटाइजेशन की भूमिका को परिभाषित किया गया है।
ट्रेडिंग की दुनिया में प्रवेश बाधाओं को दूर करना
ज्ञान की कमी के कारण लंबे समय तक लोगों में शेयर बाजार में निवेश करने को लेकर हिचकिचाहट थी। उन्हें पारंपरिक दृष्टिकोण का ही पता था जिसमें उन्हें शेयर खरीदने या बेचने के लिए स्टॉक ब्रोकर के पीछे जाना पड़ता था। इस प्रयास में भारी-भरकम ब्रोकरेज फीस और अन्य छिपी लागत भी हावी थी। हालांकि, सरकार और नियामकों की डिजिटल पहल के आधार पर ई-केवाईसी जैसी ऑनलाइन ट्रेडिंग और घटनाक्रम के साथ, यूजर्स को अब ट्रेडिंग शुरू करने के लिए लाइन में इंतजार नहीं करना पड़ता। दलालों को अब मोबाइल एप के जरिये संपर्क किया जा सकता है और उसके जरिये ट्रेडिंग और निवेश की सुविधा भी उपलब्ध है। इसके अलावा, चूंकि, अब कागजी कार्रवाई और रखरखाव की लागत भी कम हुई है, कई ब्रोकरेज फर्म जीरो फी ट्रेड शुरू करने या दूसरों पर मामूली फ्लैट फीस लगाकर उपभोक्ताओं को डिजिटाइजेशन का लाभ दे रहे हैं।
महत्वपूर्ण जानकारी तक त्वरित पहुंच
ट्रेडिंग में सूचना सबसे ज्यादा महत्वपूर्ण है और शेयर बाजारों के कारोबार में डिजिटाइजेशन के नेतृत्व में इसी ने बड़े स्तर पर क्रांति लाई है। मोबाइल एप्स कई लिहाज से मददगार हैं। निवेशकों को बेहद अस्थिर क्षेत्र में नेविगेट करने में मदद करते हैं। ऑनलाइन ट्रेडिंग के दौरान रियलटाइम में महत्वपूर्ण जानकारी तक पहुंच हासिल करने में मदद करते हैं। टीवी पर बिजनेस चैनल से चिपके रहने या बिजनेस की अखबरें और मैगजीन से चिपके रहने की आवश्यकता नहीं है और लोगों को अब मोबाइल होने की छूट मिल गई है और उन्हें ऑनलाइन ट्रेडिंग एप्स और प्लेटफार्म से रियलटाइम नोटिफिकेशन और अपडेट्स मिलते रहते हैं। डिजिटल साधनों के जरिये ट्रेडिंग यूजर्स को कभी भी, कहीं भी, रियलटाइम में शेयर की कीमतों पर नजर रखने की अनुमति मिलती है। यह सही निवेश निर्णय लेने में मदद करता है क्योंकि हर मिनट या सेकंड शेयर बाजार में बेहद महत्वपूर्ण हैं।
वैश्विक बाजारों को मजबूत करना
पारदर्शी और कुशल ट्रेडिंग पॉलिसी के साथ इलेक्ट्रॉनिक ट्रेडिंग प्लेटफॉर्म पर मिलने वाली गति, सुविधा और सहजता निवेशकों के एक पूरे नए सेग्मेंट के लिए बाजार खोलती है। इलेक्ट्रॉनिक ट्रेडिंग ने दुनियाभर के विभिन्न शेयर बाजारों के ट्रेडिंग में व्यापक बदलाव लाया है क्योंकि इसने दुनियाभर के अलग-अलग बाजारों में व्यक्तियों को सीधे ट्रेडिंग करने में सक्षम बनाया है। इलेक्ट्रॉनिक ट्रेडिंग का सबसे बड़ा लाभ वैश्विक शेयर बाजारों को कंसोलिडेट करना है। इलेक्ट्रॉनिक ट्रेडिंग ने ऐसे लिंक बनाए हैं जो दुनिया भर में लिक्विडिटी के विभिन्न स्रोतों को मिलाते हैं जो इस कंसोलिडेशन में योगदान करते हैं।

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