पिछले साल हुई नोटबंदी और इस साल वस्तु एवं सेवा कर (जीएसटी) के लागू होने के बाद सुस्त पड़े कारोबार में धनतेरस और दीपावली से रौनक लौट आई है। कार, मोटरसाइकिल से लेकर फर्नीचर, कंज्यूमर ड्यूरेबल, एफएमसीजी, सोना-चांदी तक के विक्रेता धनतेरस में हो रही बिक्री से काफी उत्साहित हैं। विशेषज्ञों का कहना है कि इस बार धनतेरस और दिवाली के दौरान बिक्री में 25 से 50 फीसदी तक का इजाफा होना तय है।
सोना-चांदी की खरीद पर जीरो मेकिंग चार्ज
धनतेरस पर पारंपरिक रूप से सोना या चांदी की खरीदारी बड़ी अहम मानी जाती है। इस बार धनतेरस पर खरीदारी को खास बनाने के लिए ज्वेलर्स ईएमआई पर खरीदारी से लेकर फ्री इंश्योरेंस और जीरो मेकिंग चार्ज जैसे शानदार ऑफर लेकर आए हैं।
धनतेरस पर पारंपरिक रूप से सोना या चांदी की खरीदारी बड़ी अहम मानी जाती है। इस बार धनतेरस पर खरीदारी को खास बनाने के लिए ज्वेलर्स ईएमआई पर खरीदारी से लेकर फ्री इंश्योरेंस और जीरो मेकिंग चार्ज जैसे शानदार ऑफर लेकर आए हैं।
नो कॉस्ट ईएमआई पर मिल रही है कार,बाइक
मोटर वाहन बाजार में कार और बाइक की बंपर बुकिंग हो रही है ताकि इसकी डिलीवरी धनतेरस पर ली जा सके। ग्राहकों को रिझाने के लिए कंपनियां और डीलर दोनों ऑफर दे रहे हैं। कहीं वाहन पर छूट मिल रही है तो कहीं कोई सामान उपहार में। नो कॉस्ट या कंशेसनल ब्याज दर पर ईएमआई भी लगभग सभी कंपनियां उपलब्ध करा रही हैं।
एफएमसीजी कंपनियों ने निकाला है विशेष त्योहारी पैक
दिवाली पर होने वाली भारी बिक्री को देखते हुए एफएमसीजी क्षेत्र की लगभग सभी कंपनियों ने विशेष गिफ्ट पैक बाजार में उतारा है। हालांकि इस बार सभी कंपनियों का जोर वैसे उत्पादों का गिफ्ट पैक तैयार करने पर रहा है जो स्वास्थ्य के लिए सेहतमंद हो। डाबर फूड्स के मार्केटिंग हेड मयंक कुमार का कहना है कि अब ग्राहक स्वास्थ्य को लेकर बेहद जागरूक हो गए हैं। इसलिए कंपनी ने दिवाली गिफ्ट के लिए सेहतमंद उत्पादों को ही उतारने पर जोर दिया है।
दिवाली पर होने वाली भारी बिक्री को देखते हुए एफएमसीजी क्षेत्र की लगभग सभी कंपनियों ने विशेष गिफ्ट पैक बाजार में उतारा है। हालांकि इस बार सभी कंपनियों का जोर वैसे उत्पादों का गिफ्ट पैक तैयार करने पर रहा है जो स्वास्थ्य के लिए सेहतमंद हो। डाबर फूड्स के मार्केटिंग हेड मयंक कुमार का कहना है कि अब ग्राहक स्वास्थ्य को लेकर बेहद जागरूक हो गए हैं। इसलिए कंपनी ने दिवाली गिफ्ट के लिए सेहतमंद उत्पादों को ही उतारने पर जोर दिया है।
चांदी के सिक्कों के बजाय मूर्तियों पर जोर
चांदी कारोबारियों का कहना है कि पहले धनतेरस में चांदी के सिक्कों की खरीदारी खूब होती थी। लेकिन इस बार ट्रेंड सिक्कों का नहीं बल्कि मूर्तियों का दिख रहा है। इसलिए ज्वेलरों ने चांदी की मछली, गणेश और लक्ष्मी की प्रतिमा, कुबेर की प्रतिमा तथा लड्डू गोपाल की प्रतिमा की खूब खरीदारी कर ली है।
चांदी कारोबारियों का कहना है कि पहले धनतेरस में चांदी के सिक्कों की खरीदारी खूब होती थी। लेकिन इस बार ट्रेंड सिक्कों का नहीं बल्कि मूर्तियों का दिख रहा है। इसलिए ज्वेलरों ने चांदी की मछली, गणेश और लक्ष्मी की प्रतिमा, कुबेर की प्रतिमा तथा लड्डू गोपाल की प्रतिमा की खूब खरीदारी कर ली है।
कुछ कारोबारी हैं आशंकित
कंफेडरेशन आफ ऑल इंडिया ट्रेडर्स के महासचिव प्रवीण खंडेलवाल को आशंका है कि इस साल कारोबारियों के लिए फीकी दिवाली रहेगी क्योंकि अर्थव्यवस्था में सुस्ती है और बाजार में नकदी का अभाव है। इसलिए धनतेरस या दिवाली पर वही सामान खरीदेंगे, जो जरूरी होगा। इसलिए व्यापारियों की बिक्री प्रभावित होगी और करीब 40 फीसदी तक ग्राहकी घट जाएगी।
अर्थव्यवस्था में पहले जैसी तेजी के लक्षण नहीं दिखने से पारंपरिक ज्वैलर्स आशंकित भी हैं। दिल्ली बुलियन एंड ज्वेलर्स वेलफेयर एसोसिएशन के अध्यक्ष विमल गोयल का कहना है कि उत्तर भारत के सभी शहरों में जेवरातों की आपूर्ति यहीं से होती है। लेकिन इस बार पारंपरिक ज्वेलरों ने कम माल का ऑर्डर दिया था।
उनका कहना है कि पिछले साल धनतेरस पर जितनी बिक्री हुई थी, उसके मुकाबले इस बार 80 फीसदी भी बिक्री हो जाए तो वह खुश हो जाएंगे। हालांकि उनका भी मानना है कि 50 हजार रुपये से ऊपर के गहनों की खरीद पर पैन नंबर देने के झंझट से मुक्ति मिलने से उन्हें राहत मिली है। उनमें मुताबिक इस बार हल्के-फुल्के गहनों की ज्यादा मांग रहेगी।
उनका कहना है कि पिछले साल धनतेरस पर जितनी बिक्री हुई थी, उसके मुकाबले इस बार 80 फीसदी भी बिक्री हो जाए तो वह खुश हो जाएंगे। हालांकि उनका भी मानना है कि 50 हजार रुपये से ऊपर के गहनों की खरीद पर पैन नंबर देने के झंझट से मुक्ति मिलने से उन्हें राहत मिली है। उनमें मुताबिक इस बार हल्के-फुल्के गहनों की ज्यादा मांग रहेगी।