एक समय मोबाइल बनाने वाली कंपनी नोकिया के कारण पूरे विश्व में अलग पहचाने जाने वाला फिनलैंड इन दिनों सुर्खियों में है। इस बार वजह यहां की प्रधानमंत्री सना मारिन हैं। 34 साल की सना मारिन फिनलैंड की ही नहीं पूरी दुनिया की सबसे युवा प्रधानमंत्री बन गई हैं। उन्होंने गत 10 दिसंबर को पीएम पद की शपथ ली। फिनलैंड में गठबंधन की नई सरकार बनी है। इसमें 5 दल शामिल हैं। कमाल की बात है कि सभी दलों का नेतृत्व महिलाएं कर रही हैं। सोशल डेमोक्रेटिक पार्टी (एसडीपी) की सना मारिन को गठबन्धन का नेता चुनकर देश के पीएम पद के लिए उन्हें चुना गया। इससे पहले वह देश की परिवहन मंत्री भी रह चुकी हैं। मारिन का जन्म साल 1985 में फिनलैंड के हेल्सिन्की शहर में हुआ। साल 2015 में वह पहली बार संसद में चुनकर आईं और फिर मई 2019 में वह फिर से संसद में दोबारा आईं जहां उन्हें परिवहन और प्रसारण मंत्रालय दिया गया। सना से पहले देश की कमान निवर्तमान पीएम एंटी रिन्ने के हाथ में थी। पूर्व प्रधानमंत्री एंटी रिन्ने के इस्तीफे के बाद अब सना मारिन को देश का नेतृत्व के लिए चुना गया है। बीबीसी में छपी एक खबर के मुताबिक, सना मारिन एक रैनबो फैमिली (हिप्पी समूह का एक प्रकार) में पली-बढ़ीं। सना अपनी मां और अपने पार्टनर के साथ किराए के एक मकान रहती थीं। सना देश की तीसरी महिला प्रधानमंत्री बनेंगी। दुनिया की सबसे युवा पीएम बनने के लिए उन्होंने यूक्रेन के पीएम ओलेक्सी होंचेरूक (35 साल में पीएम) और न्यूजीलैंड की जेसिंडा अर्डर्न (39 साल की उम्र में पीएम) को पीछे छोड़ा। अपनी जीत के लिए उन्हें विश्व के नामी नेताओं ने बधाई दी है। हिलेरी का ट्वीट, शपथ लेने के बाद सना ने अपने पहले ट्वीट में लिखा, ‘अगले 4 सालों में फिनलैंड खत्म नहीं होगा बल्कि यह और अधिक समृद्ध बन सकता है। इसी के लिए हम काम कर रहे हैं। मैं एक ऐसे समाज का निर्माण करना चाहती हूं जहां हर बच्चा कुछ भी कर सकता है और हर शख्स अपने जीवन को आत्मसम्मान के साथ जी सकता है।’ देश की नई सरकार में 5 महिलाएं प्रमुख भूमिकाओं में नजर आएंगी। इनमें से 4 की उम्र 35 साल से कम है। इनमें सना मारिन (34) प्रधानमंत्री, ली एंडरसन (32) शिक्षा मंत्री, कात्रि कलमुनी (32) वित्त और आर्थिक मंत्री, एना हेनरिक्सन (55) जस्टिस मिनिस्टर और मारिया ओहिसालो (34) इंटिरियर मिनिस्टर का कार्यभार संभालेंगी। सभी महिलाएं अपने-अपने दलों का नेतृत्व करती हैं और सबने मिलकर देश में गठबंधन वाली नई सरकार का गठन किया है।