कोलकाता। बंगाल को अब अपना जगन्नाथ धाम मिल गया है। बुधवार 30 अप्रैल को अक्षय तृतीया के अवसर पर मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने राज्य में समुद्र किनारे बसे शहर दीघा में नवनिर्मित जगन्नाथ मंदिर का लोकार्पण किया।
उन्होंने इसे ‘भारत का गौरव’ बताते हुए कहा-यह राज्य की संस्कृति व पर्यटन को भी नई ऊंचाइयों पर ले जाएगा। यह मंदिर केवल धार्मिक दृष्टिकोण से महत्वपूर्ण नहीं है। यह बंगाल की जनता के लिए आध्यात्मिक शक्ति व एकता का प्रतीक बनेगा। यह बंगाल की सांस्कृतिक विरासत का नया अध्याय है। यह दीघा को देश को प्रमुख पर्यटन स्थल के रूप में भी विकसित करेगा और आने वाले हजारों वर्षों तक लोगों का समागम स्थल बना रहेगा।’
मंदिर के गर्भगृह में हुई मूर्तियों की विधिवत प्राण प्रतिष्ठा
लोकार्पण से पहले मंदिर के गर्भगृह में भगवान जगन्नाथ, बलभद्र व सुभद्रा की मूर्तियों में विधिवत प्राण प्रतिष्ठा की गई। पुरी जगन्नाथ मंदिर की तरह ही दीघा मंदिर में भगवान जगन्नाथ, बलभद्र और देवी सुभद्रा की मूर्तियां स्थापित की गई हैं, जिसे पत्थर से तराशा गया है। पुरी की तरह इन मूर्तियों के पीछे नीम की लकड़ी से बनी मूर्तियां भी हैं।
घर-घर भेजी जाएगी तस्वीर व प्रसाद
भगवान जगन्नाथ की तस्वीर व प्रसाद को राज्य के घर-घर में पहुंचाने की व्यवस्था की जाएगी। मंदिर के संचालन व रखरखाव की जिम्मेदारी इस्कॉन को सौंपी गई है, जो यहां रोजाना महाभोग प्रसाद का वितरण करेगा। भगवान विष्णु के आठ तत्वों का नीला चक्र मंदिर के शीर्ष पर स्थापित किया गया है। मंदिर में चार प्रवेश द्वार बनाए गए हैं यानी चारों दिशाओं से मंदिर में प्रवेश किया जा सकता है। चारों ओर पांच सौ से अधिक पेड़ भी लगाए गए हैं।