प्रयागराज : दिल्ली-प्रयागराज-वाराणसी के बीच हाई स्पीड ट्रेन चलाए जाने के लिए बनाए जाने वाले हाई स्पीड रेल कॉरीडोर का विस्तार अब हावड़ा तक किए जाने की तैयारी की गयी है। यानी कि प्रयागराज से सिर्फ दिल्ली ही नहीं, बल्कि हावड़ाके लिए भी हाई स्पीड ट्रेन लोगों को उपलब्ध होगी। इसके लिए वाराणसी से हावड़ा तक नेशनल हाईस्पीड रेल कॉरपोरेशन लिमिटेड (एनएचआरसीएल ) द्वारा जल्द हीसर्वे शुरू होगा।इस सर्वे के लिए भी पहले की तरह लिडार तकनीक का प्रयोग किया जाएगा।
दरअसल अहमदाबाद-मुंबई केबाद रेलवे ने दिल्ली से वाराणसी के बीच हाई स्पीड कॉरीडोर बनाने का निर्णय लिया। इसके लिए पिछले वर्ष दिसंबर माह से ही लिडार तकनीक से नई दिल्ली-आगरा-प्रयागराज-वाराणसी हाई स्पीड रेल कॉरिडोर के लिए भूमि सर्वेक्षणका कार्य शुरू हुआ। इस दौरान हेलीकॉप्टर पर लगे उपकरण के सहारे सटीक सर्वेक्षण का आंकड़ा, लेजर आंकड़ा,जीपीएस, उड़ान और तस्वीरों को इकट्टा करके एनएचआरसीएल के अधिकारियों की टीम ने रिपोर्ट तैयार की। कोरोना कीदूसरी लहर की वजह से इसका डीपीआर मई तक तैयार नहीं हो सका।
फिलहाल यह डीपीआर अब अगस्त माह तक केंद्र सरकार को सौंपे जाने की तैयारी कीगई है। इस बीच इस कॉरीडोर का विस्तार हावड़ा तक करने की योजना बनी है। यानी की दिल्ली सेहावड़ा तक आने वाले कुछ वर्षों में हाई स्पीड ट्रेन फर्राटा भरेगी।इस योजना कोलेकर हाई स्पीडरेल कारपोरेशन द्वारा संबंधित रूट पर सर्वे करवाने की तैयारी की गई है। इसकी शुरूआत रेकॉन सर्वे से होगी। उसके बाद दिल्ली-वाराणसी रूट की तर्ज पर हावड़ातक लिडार तकनीकसे भी सर्वे होगा। इस रूट के तैयार होने के बाद हाई स्पीड ट्रेन द्वारा प्रयागराज से दिल्ली महज तीन से साढ़े तीन घंटे में तो हावड़ा साढ़े चार से पांच घंटे में पहुंचा जा सकेगा।
दिल्ली-वाराणसी रूट पर हाई स्पीड ट्रेन संचालन के लिए नेशनल हाईस्पीड रेल कॉरपोरेशन लिमिटेड द्वारा भले ही अभी डीपीआर तैयार किया जा रहा हो लेकिन यह रूट देश के अन्य रेल रूटों से एकदम अलग होगा। यह पूरा प्रोजेक्ट एलिवेटेड (खंभों पर) होगा। इसके अलावा हाई स्पीड रेल कॉरिडोर में हाई स्पीड ट्रेन पर्यावरण के ट्रैक से होकर दौड़ेगी। नई दिल्ली-वाराणसी के बीच प्रस्तावित 810 किमी कॉरिडोर किनारे छायादार पौधे रोपे जाएंगे। यह हाई स्पीड कारिडोर उत्तर प्रदेश के प्रयागराज समेत 22 जिलों से होकर गुजरेगा।
नेशनल हाइवे के समानांतर बनायाजाएगा हाई स्पीड रेल मार्ग
हाई स्पीड रेल कॉरीडोर दिल्ली से वाराणसी तक नेशनल हाइवे के समानांतर बनाए जाने की तैयारी की गई है। इसका सर्वे भी पूरा हो गया है। कुछ स्थानों पर हाई स्पीड रेल मार्ग यमुना एक्सप्रेस-वे के समानांतर रहेगा। इसे गौतम बुद्ध नगर जिले में बन रहे जेवर अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे से भी जोड़ा जाएगा। हवाई अड्डे के पास इसे भूमिगत बनाये जाने का प्रस्ताव है।