अपनों की जिंदगी के अनमोल पलों को हम सब खास बनाना चाहते हैं औऱ इसके लिए कोशिश करते हैं मगर इस दौड़ती भागती जिंदगी में यह कर पाना बेहद मुश्किल है। दरअसल, हम तोहफों के साथ एक खूबसूरत यादगार लम्हा बाँटना चाहते हैं और किसी वजह से जब हम ऐसा नहीं कर पाते तो लगता है कि काश, हमारे लिए कोई ऐसा कर देता। कोलकाता में दो दोस्तों ने ऐसी ही शुरुआत की और आज उनकी कामयाबी अपने आप में कहानी है। सेंट जेवियर्स कॉलेज के कौशल मोदी और सुकृति अग्रवाल का आउटबॉक्स बेहतरीन अनुभव बाँटने और खुशियाँ फैलाने का खजाना बन गया है, आइए जानते हैं सुकृति के शब्दों में –
आउटबॉक्स छोटी सी घटना से शुरू हुआ
आउटबॉक्स की शुरुआत एक छोटी सी घटना के साथ हुई। कौशल के भाई की शादी थी और ढेर सारे तोहफे रिश्तेदारों तक ले जाने थे। इसे देखकर ख्याल आया कि इस तरह तोहफे ले जाना, अपनों और दोस्तों के लिए कुछ खास करना सबको पसंद है और किसी के लिए यह कोई और भी कर सकता है। इसके बाद हम दोनों ने आउटबॉक्स की शुरुआत की। कभी सगाई में मिनी बारात भेजी तो कभी रात के 12 बजे हम हैप्पी बर्थ डे मनाते हैं और यह अनुभव को खास बना देता है।
हर बजट के हिसाब से काम कर लेते हैं
अगर आप किसी को खुशी देना चाहते हैं तो इसके लिए महँगा बजट जरूरी नहीं है। हम हर बजट के हिसाब से आपकी खुशी को शानदार बना सकते हैं। इसके लिए आप भी हमें आइडिया दे सकते हैं और हम भी कुछ नया करने की कोशिश करते हैं। हमने क्रिसमस पर ट्राम पार्टी भी की है और उसमें मैजिक शो भी किया और इस साल भी करने जा रहे हैं। हमने हेलिकॉप्टर चार्टिंग भी शुरू की। शुरुआत मैंने और कौशल ने की थी मगर आज हमारी टीम है जिसे हम पूरा प्रशिक्षण देकर तैयार करते हैं।
किसी भी समय नए आइडिया के साथ तैयार रहते हैं
यह सुबह 9 से शाम 5 बजे का काम नहीं है। आपको हमेशा तैयार रहना पड़ता है। त्योहारों का समय हमारे लिए बेहद व्यस्त रहने वाला समय है। अगर किसी को किसी से प्रपोज करना हो, तो वह भी हमारी मदद ले सकता है। हमारे पास वह सब कुछ है जिससे आप अपने बजट के साथ अपनों को ढेर सारी खुशियाँ, सरप्राइज और एक यादगार लम्हा दे सकते हैं। अगर आपके दिमाग में कुछ नया है तो उसे एक बार आजमाकर देखिए।