कोलकाता । आने वाले दिनों में दक्षिण 24 परगना जिले के बारुईपुर तक मेट्रो चलाई जा सकती है। कुछ ऐसी ही संभावनाएं हैं। यह मेट्रो परियोजना होती है तो बड़े पैमाने पर लोगों को सहूलियत मिलेगी। सूत्रों की मानें तो शहर के विस्तारित मेट्रो नेटवर्क का लक्ष्य दिल्ली के रास्ते पर जाना है, जो बाहरी इलाकों को लेते हुए हजारों यात्रियों के साथ त्वरित, विश्वसनीय परिवहन की तलाश में आज भीड़भाड़ वाला इलाका बन गया है।
दरअसल पिछले दिनों राज्य सरकार के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा था कि हम रेल मंत्रालय को कोलकाता और उसके आसपास मेट्रो नेटवर्क के एक माड्यूलर विस्तार का प्रस्ताव देंगे, जैसा कि दिल्ली मेट्रो ने किया है। ऐसे में सर्वेक्षण से पता चलेगा कि इसमें कहीं कोई बाधा तो नहीं है। वर्तमान में जो मेट्रो परियोजनाएं चल रही हैं, उनके क्रियान्वयन के बाद ही शहर की सूरत बदल जाएगी। मेट्रो रेलवे सूत्रों की मानें तो एयरपोर्ट-कवि सुभाष लिंक का बारुईपुर तक विस्तार किया जा सकता है। माना जा रहा है कि मेट्रो नेटवर्क का विस्तार करने का राज्य सरकार का निर्णय मूल परियोजनाओं में देरी करने वाली बाधाओं को दूर करने में धीमी, लेकिन महत्वपूर्ण सफलता के बाद आया है। दरअसल एक समस्या यह भी है कि वर्तमान मेट्रो परियोजनाओं की एजेंसियों को कई बाधाओं में जमीन अतिक्रमण सहित अन्य समस्याएं शामिल हैं। हालांकि धीरे-धीरे सभी समस्याओं को दूर किया जा सका है।
जल्द सर्वे की संभावना
सूत्रों की मानें तो बारुईपुर तक मेट्रो के विस्तारीकरण को लेकर जल्द सर्वे संबंधी टेंडर भी जारी किया जा सकता है। ऐसे में सर्वे के बाद ही स्थिति स्पष्ट हो सकेगी कि मेट्रो परियोजना पर काम कैसे, किस ओर व कब तक शुरू किया जा सकता है। न्यू गरिया-एयरपोटमेट्रो कॉरिडोर के तहत न्यू गरिया में एक जगह भी बारुईपुर मेट्रो परियोजना को ध्यान में रखकर छोड़ी गई है। अब देखना यह है कि किस प्रकार दिल्ली की तर्ज पर ही महानगर में भी मेट्रो परियोजना होगी।
न्यू गरिया-बारुईपुर मेट्रो विस्तार के लिए आदि गंगा के साथ ट्रैक बनाने की अस्थायी योजना है। हालांकि इस पर किसी प्रकार की अब तक सही जानकारी नहीं मिल सकी है।