नयी दिल्ली : मास्टर ब्लास्टर सचिन तेंदुलकर ने केन्द्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड ( सीबीएसई ) के द्वारा कक्षा नौ से 12 तब के छात्रों के लिए रोजाना खेल के पीरियड को अनिवार्य करने की नीति की तारीफ करते हुए इसे सभी कक्षाओं में इसे लागू करने की आज मांग की।
बोर्ड ने स्कूलों को खेल को लेकर दिशानिर्देश जारी किया है जिसमें कक्षा नौ से 12 तक रोजाना खेल के पीरियड रखने को कहा गया है ताकि छात्रों को सुस्त जीवनशैली से बचाया जा सके।
तेंदुलकर ने सीबीएसई की अध्यक्ष अनिता करवल को लिखे पत्र में कहा , ‘‘ मोटापे के मामले में विश्व में भारत का तीसरा स्थान है जो गंभीर चिंता की बात है। अस्वस्थ युवा देश के लिए किसी महामारी की तरह है। देश में मजबूत खेल संस्कृति इस मामले से निपटने में मदद कर सकता है। ’’
उन्होंने कहा , ‘‘ स्वास्थ्य और शारीरिक शिक्षा के लिए रोजाना एक पीरियड अनिवार्य करना इस दिशा में सही कदम है। इस पहल को हालांकि निश्चित रूप से और भी आगे बढाया जा सकता है। ’’
तेंदुलकर ने कहा , ‘‘ चूंकि इस पहल का समग्र उद्देश्य बच्चों में मोटापा को रोकना है , इसलिए बोर्ड अन्य सभी कक्षाओं में भी स्वास्थ्य और फिटनेस को अनिवार्य बनाने पर विचार करना चाहिए। ’’
बोर्ड ने स्कूलों के लिए नौवीं से 12 वीं कक्षा में इसे लागू करने के लिए 150 पन्नों का खेल दिशानिर्देश जारी किया है जिसमें उसे लागू करने और तौर तरीके के बारे में बताया गया है।