कोलकाता की डॉ. वसुंधरा मिश्र को ‘इंटरनेशनल एम्बेसडर ऑफ पीस’ का स्टेटस

कोलकाता :  युनाइटेड नेशन्स से पंजीकृत वर्ल्ड लिटरेरी फोरम फॉर पीस एंड ह्युमन राइट्स, भूटान ने पश्चिम बंगाल में हिंदी साहित्य, मानवाधिकारों एवं विश्व शांति के सन्दर्भ में किये गये योगदान के लिए डॉ. वसुंधरा मिश्र को इंटरनेशनल एम्बेसडर ऑफ पीस का स्टेटस दिया है । डॉ. मिश्र भवानीपुर एजूकेशन सोसाइटी कॉलेज, कोलकाता में हिंदी की प्रोफेसर हैं। नौ पुस्तकों की लेखिका , काव्य संग्रह – हर दिन नया, कहानी संग्रह – टहनी पर चिड़िया, संपादन, अनुवाद, संचालन , आदि कार्यों से जुड़ कर हिंदी के लिए महत्त्वपूर्ण कार्य कर रही हैं। वर्ल्ड लिटरेरी फोरम संगठन संपूर्ण विश्व में इकोनॉमिक और सोश्यल विभाग के रूप में साहित्य, कला और मानवता की सेवा के कार्यों में गत कई दशकों से संलग्न है। गरीबी उन्मूलन, अच्छा स्वास्थ्य, सबको भोजन, लिंग समानता, सबको शिक्षा, सबको जल और सेनिटेशन, आर्थिक उत्थान, उद्योग- धंधे और मानव संसाधन विकास, उत्पादन और उपभोक्ता का दायित्व, जल और जमीन पर जीवन, शांति, न्याय और मजबूत संगठन के रूप में विश्व के बहुत से देशों में सक्रिय है। नव नियुक्त इंटरनेशनल एम्बेसडर आॅफ पीस- कोलकाता साहित्यकार डाॅ. वसुंधरा मिश्र ने वर्ल्ड लिटरेरी फोरम ऑफ पीस एंड ह्युमन राइट्स के माननीय प्रेसिडेंट एच इ ड्यूक डॉ संतोष कुमार बिस्वा, संगठन की एडमिन इंटरनेशनल एम्बेसडर ऑफ पीस ,लेनुऊंग लुंगू – इटली एवं चयन कर्ता वरिष्ठ साहित्यकार और इंटरनेशनल एम्बेसडर आॅफ पीस,मीठेश निर्मोही – भारत के प्रति आभार ज्ञापित किया है।
भारत के वरिष्ठ गीतकार किशन दाधीच, सहिते देश – दुनिया के कई शांतिदूत- साहित्यकारों ने डॉ. मिश्र को शुभकामनाएँ एवं बधाई दी हैं ।

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