हैदराबाद : डिवीज़ लैबोरेटरीज के चेयरमैन एवं प्रबंध निदेशक मुरली के. डिवी को 2018-19 में वेतन और कमिशन समेत कुल 58.80 करोड़ रुपये का पारिश्रमिक दिया गया। यह भारतीय दवा कम्पनियों में किसी भी कार्यकारी को मिला सर्वाधिक मेहनताना है। कम्पनी की वार्षिक रिपोर्ट के अनुसार मुरली के पारिश्रमिक में पिछले साल की तुलना में 46.30 प्रतिशत की वृद्धि हुई है। कम्पनी ने इस वित्त वर्ष में कार्यकारी निदेशक एन.वी.रमण को 30 करोड़ रुपये और मुरली डिवी के बेटे तथा पूर्णकालिक निदेशक किरण एस. डिवी को 20 करोड़ रुपये मेहनताने के रूप में मिले। मुरली डिवी को कमिशन के रूप में 57.61 करोड़ रुपये मिले। वित्त वर्ष 2017- 18 के दौरान मुरली डिवी को 40.20 करोड़ रुपये का पारिश्रमिक प्राप्त हुआ जिसमें कि 39 करोड़ रुपये कमीशन के तौर पर मिले। कंपनी के कर्मचारियों को इस दौरान मेहनताना में औसतन 3.96 प्रतिशत की वृद्धि मिली। कंपनी को 2018-19 में कर भुगतान के बाद 1,333 करोड़ रुपये का शुद्ध लाभ और 5,036 करोड़ रुपये का राजस्व प्राप्त हुआ।