डाक विभाग चारधाम का प्रसाद डाक के माध्यम से श्रद्धालुओं के घर पहुंचाने की योजना बना रहा है। इसके लिए देवस्थानम बोर्ड से बातचीत चल रही है। गंगोत्री, यमुनोत्री, बदरीनाथ और केदारनाथ विश्वविख्यात धाम हैं। इन धामों के प्रति लोगों की अटूट आस्था है और हर साल लाखों श्रद्धालु चारधाम के दर्शन के लिए पहुंचते हैं। जब से कोरोना संकट पैदा हुआ है, चारधाम यात्रा बंद है। बावजूद इसके, कई ऐसे श्रद्धालु हैं, जो घर बैठे चारधाम का प्रसाद मंगवाना चाहते हैं। अब डाक विभाग पहल करने जा रहा है। श्रद्धालु घर बैठे डाक विभाग की वेबसाइट या दूरभाष नंबर पर प्रसाद की मांग कर सकेंगे। विभाग प्रसाद डाक के माध्यम से घर भिजवाएगा। विभाग की देवस्थानम बोर्ड और मंदिर समितियों से बातचीत चल रही है। डाक से प्रसाद भेजने का प्रयोग विभाग देश के बाकी स्थानों पर भी कर रहा है। काशी विश्वनाथ का प्रसाद भी डाक के माध्यम से भेजा जा रहा है। सहायक पोस्टमास्टर जनरल एके कंडवाल ने बताया कि देश के कई प्रसिद्ध मंदिरों का प्रसाद डाक से भेजने की तैयारी चल रही है। इसमें उत्तराखंड के चारधाम भी शामिल हैं। यदि देवस्थानम बोर्ड से बात बनती है तो जल्द इस प्रयोग को शुरू कर दिया जाएगा।
उत्तराखंड में डाक विभाग ने 2016 में डाक से गंगाजल भेजने की सुविधा शुरू की। इसके अच्छे परिणाम मिल रहे हैं। हर साल करीब चार लाख बोतलें गंगाजल की डाक के माध्यम से श्रद्धालुओं तक भेजी जा रही हैं। बोतल 250 एमएल की हैं, जिसके दाम 30 रुपये हैं। इसके अलावा इसमें डाक का खर्चा अलग से लगता है। पहले बोतलों में गंगाजल ऋषिकेश और हरिद्वार से भरा जाता था, लेकिन अब सीधे गंगोत्री से भरा जा रहा है।