रांची : कर्ज में फंसी एयरलाइंस कंपनी जेट एयरवेज को नये मालिक मिल गये हैं। लंदन के कालरॉक कैपिटल और संयुक्त अरब अमीरात (यूएइ) के निवेशक मुरारी लाल जालान वाली कंसोर्टियम अब जेट एयरवेज की नयी मालिक होगी। जेट एयरवेज को कर्ज देने वाली क्रेडिटर्स कमिटी (सीओसी)ने इसकी मंजूरी दे दी है।
करीब एक साल पहले जेट एयरवेज को आर्थिक संकट के कारण बंद करना पड़ा था. रांची के लिए यह गर्व की बात है. गर्व इसलिए कि मुरारी लाल जालान रांची से ही अपने व्यवसाय की शुरुआत की थी. परिवार के कई सदस्य अभी भी रांची में रहते हैं. फिलहाल वह यूएइ में एमजे डेवलपर्स के मालिक हैं। जेट एयरवेज के कर्जदाताओं की समिति (सीओसी) ने दिवाला समाधान प्रक्रिया के तहत ब्रिटेन की कलरॉक कैपिटल और संयुक्त अरब अमीरात के मुरारी जालान के प्रस्ताव को शनिवार को मंजूरी दे दी। जेट एयरवेज के समाधान पेशेवर (आरपी) आशीष छावछरिया ने बीएसइ फाइलिंग में कहा कि प्रस्ताव पर इ-वोटिंग के बाद योजना को मंजूरी दी गयी। बंद हो चुकी विमानन कंपनी को दो समूहों से प्रस्ताव मिले थे। जिस समूह के प्रस्ताव को स्वीकार किया गया है, उसमें फ्लोरियन फ्रिट्च द्वारा स्थापित ब्रिटेन की कलरॉक कैपिटल और संयुक्त अरब अमीरात के मुरारी जालान शामिल हैं। एक अन्य बोली हरियाणा की फ्लाइट सिमुलेशन तकनीक केंद्र, मुंबई की बिग चार्टर और अबू धाबी की इंपीरियल कैपिटल इंवेस्टमेंट्स एलएलसी ने मिल कर प्रस्तुत की थी। मुरारी लाल जालान की कम्पनी फिलहाल इंफ्रास्ट्रक्चर, रियल एस्टेट, माइनिंग और टूरिज्म क्षेत्र में भी कार्य कर रही हैं।