3 मुरब्बा कृषि भूमि जलमग्न, बांडा कॉलोनी के दो घरों में घुसा पानी, समय रहते कटाव बांधा
अनूपगढ़ : क्षेत्र में गुरुवार शाम को इंदिरा गांधी नहर परियोजना की सूरतगढ़ शाखा की एलएसएम वितरिका में करीब 15 फुट कटाव आने से 3 मुरब्बा कृषि भूमि जलमग्न हो गई और बांडा कॉलोनी के 2 घरों में पानी घुसने से नुकसान हो गया। खास बात यह है कि कटाव की सूचना मिलते ही किसानों ने एकजुटता दिखाई और कटाव 45 मिनट में बांध दिया अगर कटाव समय पर नहीं बांध जाता तो पूरा गांव में नहर का पानी आ जाता। किसानों की इस सूझबूझ और तत्परता से 1 एलएसएम (बांडा कॉलोनी) गांव डूबने से बच गया। बांडा गांव में जा रहा था नहरी पानी, सूचना मिलते ही सारे किसान मौके पर पहुंचे
गाँव से ही 3 जेसीबी मँगवाई, मिट्टी और सीमेंट के कट्टे से कटाव भरा…नहीं से हो जाता बड़ा नुकसान
शाम 7:12 बजे सूचना आई कि नहर में करीब एलएसएम वितरिका में करीब 15 फुट का कटाव आ गया। सूचना मिलते ही बांडा कॉलोनी के किसान व ग्रामीण मिट्टी के खाली कट्टे लेकर मौके पर पहुंचे और खेत से मिट्टी खोद-खोद कर नहर में आए कटाव को बांधने की कोशिश की। कटाव इतना था कि नहरी पानी गाँव की ओर बढ़ रहा था। फिर हमने इसकी सूचना सिंचाई विभाग और प्रशासन को दी। एसडीएम पवन कुमार, सहायक अभियंता सांवरमल मीणा, कनिष्ठ अभियंता भेराराम गोदारा मौके पर पहुंचे। उन्होंने मिट्टी पाटने के लिए तुरंत 3 जेसीबी मौके पर मंगवाई। जेसीबी आने से काफी राहत मिली। फिर हम सब एकजुट होकर कटाव भरने लगे। करीब 45 मिनट में कटाव भर दिया। अगर समय रहते कटाव नहीं भरा जाता तो पूरे गाँव में पानी भर जाता। इससे ग्रामीणों व किसानों का काफी नुकसान हो जाता। आज ग्रामीणों के एकजुटता व प्रशासन की समझदारी के कारण बड़ा हादसा बचा।
नहर में कटाव की सूचना मिलते ही हम तुरंत घटनास्थल पर पहुँच गए। वहाँ पर किसान पहले से ही मिट्टी के कट्टे भर कटाव को बांधने की कोशिश में जुटे हुए थे। भारत माला प्रोजेक्ट के तहत गांव में काम चल रहा था। जिस पर मिट्टी खोदने के लिए मैंने 3 जेसीबी मौके पर बुलाई और मिट्टी खोदने का काम शुरू करवाया। ग्रामीणों के सहयोग से करीब 45 मिनट में कटाव को बांधा गया। देर रात तक हमारी टीम मौके पर मौजूद रही। रात को दुबारा कटाव न आए इसके लिए जेसीबी मशीनों को मौके पर छोड़ा गया है।