गोवा की राज्यपाल मृदुला सिन्हा ने खुलासा किया कि उनकी मां उन्हें गर्भ में ही मार डालना चाहती थीं. इसकी वजह थी कि उनका मां का 40 साल की उम्र में गर्भवती होना। ‘बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ‘ अभियान पर चर्चा करते हुए उन्होंने इस झकझोर देने वाले किस्से को साझा किया. सिन्हा ने वाराणसी में कहा, ‘मैंने जब पीएम मोदी को बच्चियों को बचाने की बात करते सुना तो मुझे याद आया कि कैसे मेरा पिता ने मेरी जिंदगी बचाई थी।.’
मृदुला सिन्हा ने बताया, ‘मेरी मां जब 40 साल की उम्र में गर्भवती हो गईं तो उन्होंने गर्भपात के लिए दवाई खा ली थी. लेकिन मेरे पिता समाज की चिंता किए बगैर उन्हें हमारे गांव से नजदीकी शहर ले गए ताकि वह सुरक्षित तरीके से मुझे जन्म दे सकें .’ बतौर सिन्हा, ‘मेरे पिता ने कई पुरानी मान्यताओं को तोड़ते हुए मुझे बेहतर शिक्षा दिलाई, ताकि मैं आजादी से जी सकूं।
गोवा की गवर्नर ने कहा, ‘मुझे लगता है कि बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ स्लोगन में परिवार बचाओ को भी जोड़ा जाना चाहिए। एक बात कही जाती है कि बेटी को बेटे की तरह पालना चाहिए. इस सोच को बदलना चाहिए। .’ लोगों का बेटियों को पालने का तरीका अब बदल चुका है। गांवों में भी लोग बेटियों को अच्छी शिक्षा दे रहे हैं.।
मृदुला सिन्हा ने अपील की कि सभी यूनिवर्सिटी अपने सिलेबस में फैमिली मैनेजमेंट को भी शामिल करें। उन्होंने परिवार में दादा-दादी का होना भी जरूरी बताया.