गूगल ने बच्चों को हिंदी-अंग्रेजी सिखाने के लिये पेश किया ‘बोलो’ एप

नयी दिल्ली : सूचना प्रौद्योगिकी कंपनी गूगल ने बुधवार को एक नये एप ‘बोलो’ की पेशकश की। यह एप प्राथमिक कक्षा के बच्चों को हिंदी और अंग्रेजी सीखने में मदद करेगा। कम्पनी ने कहा कि यह एप उसकी आवाज पहचानने की तकनीक तथा टेक्स्ट-टू-स्पीच तकनीक पर आधारित है। इसे सबसे पहले भारत में पेश किया गया है।
कम्पनी ने बताया कि इसमें एक एनिमेटेड पात्र दीया है जो बच्चों को कहानियां पढ़ने के लिये प्रोत्साहित करती है और किसी शब्द का उच्चारण करने में दिक्कत आने पर बच्चों की मदद करती है। यह कहानी पूरा करने पर बच्चों का मनोबल भी बढ़ाती है। गूगल इंडिया के उत्पाद प्रबंधक नितिन कश्यप ने पीटीआई भाषा से कहा, ‘‘हमने इस एप को इस तरह डिजायन किया है कि यह ऑफलाइन भी काम कर सके। इसके लिये बस 50 एमबी के इस एप को इंस्टॉल करना होगा। इसमें हिंदी और अंग्रेजी की करीब 100 कहानियां हैं।’’ उन्होंने कहा कि एप गूगल प्ले स्टोर पर नि:शुल्क उपलब्ध है। यह एंड्रायड 4.4 (किटकैट) तथा इसके बाद के संस्करण वाले सारे डिवाइस पर चल सकता है। कश्यप ने कहा कि गूगल ने इस एप का उत्तर प्रदेश के करीब 200 गांवों में परीक्षण किया है। उन्होंने कहा कि परिणाम उत्साहजनक रहने के बाद इसे पेश किया गया है। उन्होंने कहा कि एप में बंगाली जैसी अन्य भारतीय भाषाओं को भी शामिल करने पर विचार किया जा रहा है।

शुभजिता

शुभजिता की कोशिश समस्याओं के साथ ही उत्कृष्ट सकारात्मक व सृजनात्मक खबरों को साभार संग्रहित कर आगे ले जाना है। अब आप भी शुभजिता में लिख सकते हैं, बस नियमों का ध्यान रखें। चयनित खबरें, आलेख व सृजनात्मक सामग्री इस वेबपत्रिका पर प्रकाशित की जाएगी। अगर आप भी कुछ सकारात्मक कर रहे हैं तो कमेन्ट्स बॉक्स में बताएँ या हमें ई मेल करें। इसके साथ ही प्रकाशित आलेखों के आधार पर किसी भी प्रकार की औषधि, नुस्खे उपयोग में लाने से पूर्व अपने चिकित्सक, सौंदर्य विशेषज्ञ या किसी भी विशेषज्ञ की सलाह अवश्य लें। इसके अतिरिक्त खबरों या ऑफर के आधार पर खरीददारी से पूर्व आप खुद पड़ताल अवश्य करें। इसके साथ ही कमेन्ट्स बॉक्स में टिप्पणी करते समय मर्यादित, संतुलित टिप्पणी ही करें।