बच्चे हंसते-खेलते हुए ही अच्छे लगते हैं। घर में इधर-उधर मस्ती करते, दौड़ते-भागते बच्चे जहां खुश रहते हैं वहीँ यह उनकी फिजिकल फिटनेस के लिए भी अच्छा रहता हैं। हांलाकि आज के समय में फिजिकली एक्टिव नजर नहीं आते हैं और मोबाइल या टीवी में घुसे रहते हैं जो उनके मानसिक और शारीरिक विकास के लिए घातक साबित होता हैं।
खेलना-कूदना बच्चों के विकास का अहम हिस्सा है। ऐसे में पेरेंट्स को चाहिए कि बच्चों की लाइफस्टाइल में ऐसी चीजें शामिल करें जिससे बच्चे खेल-खेल में ही फिजिकली एक्टिव रहे। आज इस कड़ी में हम आपको कुछ ऐसी ही एक्टिविटीज के बारे में बताने जा रहे हैं।
सीढ़ियां चढ़ने के लिए बोलें
बच्चों को सक्रिय रखने का सबसे अच्छा तरीका है उन्हें सीढ़ी चढ़ने के लिए कहें। इससे ना केवल बच्चे एक्टिव फील करेंगे बल्कि उनकी सुस्ती भी भाग जाएगी। ऐसे में आप बच्चे को किसी काम के लिए कह सकते हैं। या आप खुद भी उनके साथ इसको अपना सकते हैं। ऐसा करने से आप भी खुद को एक्टिव महसूस करेंगे और बच्चे आपको देख-दखकर आगे बढ़ेंगे।
लुका – छिपी
लुका -छिपी बचपन में सभी ने खेला होगा। वेरीवैल फैमिली के अनुसार कई बच्चे इस खेम को खेलने के लिए उत्साहित रहते हैं तो वहीं कुछ बच्चे छिपने से डरते हैं। बच्चे का डर निकालने के लिए उसे ऐसी जगह छिपने के लिए बताएं, जहां से उसे सब दिखाई दे रहा हो। इस गेम में बच्चा काफी समय तक व्यस्त रह सकता है और घर में ही छुपने की नई-नई जगह भी तलाश लेगा।
पार्क में ले जाएं
बच्चों को पार्क में ले जाना भी बेहद जरूरी है, इससे उन्हें दूसरे बच्चों को जानने का मौका मिलेगा। बच्चों को शुरू से सोशल स्किल्स सिखाने का यह सबसे अच्छा तरीका है। बच्चों को पार्क में ले जाएं।
डांस
बच्चे को शारीरिक गतिविधि कराने का सबसे बेहतरीन विकल्प है डांस। टोडलर्स स्वाभाविक रूप से म्यूजिक पसंद करते हैं और उस पर बॉडी मूवमेंट भी करना अच्छा लगता है। जब भी बच्चा बोर होता हुआ नजर आए तो उसका फेवरेट म्यूजिक चला दीजिए और उसे एक्टिविटी करने के लिए छोड़ दें। बच्चे को एंटरटेन करने के लिए बच्चों की डांस पार्टी भी प्लान की जा सकती है।
स्कूल से घर तक जाएं पैदल
अगर बच्चों का स्कूल पास है तो किसी बस लेने की बजाय उसे पैदल छोड़ने जाएं। इससे भी उसके अंदर ऊर्जा का संचार होगा और वो पैदल चलन के लिए प्रेरित होगा। बता दें कि पैदल चलने से ना केवल बच्चे की शारीरिक गतिविधि का विकास होगा ब्लकि वे सक्रिय भी रहेंगे। इससे अलग यदि आप बच्चे के साथ मार्केट जा रहे हो तो ऐसे में खुद भी पैदल जाने की कोशिश करें।
व्यवस्थित हो व्यायाम
यदि परिवार के सदस्य मिलकर एरोबिक्स या योगा करते हैं तो बच्चे को भी उसमें शामिल करें। हो सकता है कि बच्चा एक्सरसाइज करने में इंट्रेस्ट न दिखाए, ऐसे में एक्सरसाइज को गेम की तरह करना होगा जिससे वह प्रेरित हो सके। बच्चे के साथ जंपिंग, रनिंग और एरोबिक्स की जा सकती है।
बैलेंसिंग
बैलेंसिग एक बेहतरीन शारीरिक गतिविधि है जो बच्चों के कौशल को विकसित करने में मदद कर सकता है। इससे बच्चे की एकाग्रता बढ़ती है और गिरने का डर भी कम हो जाता है। इसको करने के लिए बच्चे के सिर पर हल्की बुक्स या बैग रखें और उसे इसे बिना गिराए चलने के लिए कहें। ऐसा करने में बच्चा पूरा ध्यान लगाएगा और बेहतर परफॉर्म करेगा।
घर के कामों में मदद
अगर माता-पिता बच्चों की मदद घर के काम में लेंगे तो इससे ना केवल उन्हें सक्रिय रहने में मदद मिलेगी बल्कि घर के कामों में बच्चों की भागीदारी भी बढ़ेगी। ऐसे में माता-पिता बच्चों से बर्तन धुलवा सकते हैं या कार साफ करने के लिए कह सकते हैं।
(साभार – लाइफबेरीज)