महिलाएँ दोस्ती करने में और दोस्तों से गप लड़ाने में माहिर होती हैं। बचपन से ही सहेलियों के साथ कहीं भी बैठ जाती हैं तो विंडो शॉपिंग करने के लिए सहेलियों का झुंड लेकर निकल जाती हैं और सहेलियाँ भी कई तरह की होती हैं – कोई खर्च करवाने वाली तो कोई शो ऑफ करने वाली, किसी की बात सितारों से निकलकर सितारों पर ही खत्म होती है तो कोई छोले – भटूरे पर अटक जाती है, कोई महापढ़ाकू, तो कोई एकदम लड़ाकू…जाने कितनी सहेलियाँ और सबका साथ ही जिन्दगी को खूबसूरत बनाता है। कुछ को लड़कों पर भरोसा ज्यादा होता है और आज की दुनिया में सहेलियों के साथ सखा भी होते हैं मगर किसी लड़के से दोस्ती निभाना आज भी थोड़ा मुश्किल है।
हाल ही में हुए एक सर्वे में पता चला है कि महिलाओं के कुल 10 प्रकार के दोस्त होते है। इस सर्वे को प्रमोशनलकोड्स.आर्गेनाइजेशन.यूके के द्वारा करवाया गया था। यहां महिलाओं के दस प्रकार के दोस्तों के बारे में बताया जा रहा है :
भरोसेमंद दोस्त : महिलाओं के ग्रुप में कुछ दोस्त बहुत भरोसेमंद होते है। महिलाएं अपने इन दोस्तों पर आंख मूंदकर भरोसा करती है। अपनी हर बात को इनके साथ शेयर कर लेती है, ऐसे दोस्तों के साथ महिलाएं इतनी खुली होती है कि वह ठीक वैसे ही बात बताती है जैसा वह खुद मानती है। आप देखिए कि इसमें किस प्रकार की सहेलियाँ और दोस्त आपके ग्रुप में है –
शॉपिंग कराने वाली : महिलाओं के गैंग में शॉपिंग के शौकीन जरूर होते है। जब भी शॉपिंग करने का मन होता है, ये सभी दोस्त इक्ट्ठा होकर खूब मस्ती करते है और शॉपिंग करते है। ऐसे दोस्त अक्सर साथ मिलकर विंडो शॉपिंग ही करते है।
व्यथा सुनाने वाले दोस्त : महिलाओं की कुछ सहेलियाँ या दोस्त ऐसे होते हैं जो उनसे उम्र में बड़ी होती है, ऐसी दोस्त को महिलाएं वह सभी बातें बताती है जो वह अपनी मां से नहीं बताना चाहती है। उनकी ऐसी दोस्त, जिंदगी में कई उतार – चढ़ाव देख चुकी होती है। इसीकारण, वह उन्हे अच्छी तरह हर बात समझा देती है।
करीबी दोस्त : महिलाओं के कुछ दोस्त बहुत करीबी होते है। ऐसे दोस्तों के कंधे पर महिलाएं सिर रखकर रो सकती हैं। ऐसे दोस्तों के साथ महिलाएं जब भी बात करना शुरू कर देती है तो उन्हे वक्त का पता ही नहीं चलता है। कई बार इस तरह के दोस्तों के बीच घंटों तक इमोशनल बातें होती है। दो सहेलियों के बीच ऐसा अक्सर होता है।
बोल्ड और बेबाक – आपके पास ऐसी बेबाक सहेली भी होती है जो किसी से नहीं डरती और जो दिल में आता है, बोल देती है। वह कुछ भी नहीं छिपाती और आप सोच में पड़ जाती हैं कि ये इतना बोल कैसी लेती हैं।
घरेलू सहेली – क्या आप हमेशा अपने दोस्तों को पार्टी पर बुलाती है, या फिर सिर्फ अपने घर की नई सजावट दिखाने के लिए उन्हे बुला लेती है। कोई न कोई ऐसी दोस्त जरूर होती है जो सभी घरेलू कामों में निपुण होती है और आपको लगता है कि आपकी जगह इसे मम्मी के पास होना था।
दोस्तों की दोस्त : महिलाएं किसी से भी दोस्ती कर लेती है। अगर उनकी दोस्त की रूममेट या क्लासमेट से वो दो – चार बार मिल लेती है तो उनकी दोस्ती हो जाती है। ऐसी दोस्ती अक्सर फेसबुक पर ज्यादा परवान चढ़ती है। ऐसी दोस्ती सिर्फ हाय हैलो के लिए होती है। राह चलते, मॉल में, पार्टी में ऐसी जगहों पर ऐसे दोस्तों से मिलना होता है। इस प्रकार के दोस्तों से बातचीत बहुत लिमिटेड होती है और कई बार तो उनके नाम भी याद नहीं रहते है।
बचकाने दोस्त : महिलाओं के कुछ दोस्त ऐसे भी होते है जो बचपने से भरे होते है। उनकी शादी नहीं हुई होती है, जल्दी ही वह किसी के साथ रिश्ते में बंधने वाले होते है। ऐसे दोस्त एनर्जी से भरे होते है। गैजेट से उन्हे प्यार होता है और धींगा – मस्ती अच्छी लगती है। ऐसे दोस्त शादी करने की तैयारी में होते है लेकिन अपने पुराने दोस्तों को कभी नहीं भूलते।
खम्भे की तरह अटल दोस्त : हर किसी के पास कोई न कोई ऐसा दोस्त होता है जो आपके खास दोस्त न होने पर आपका साथ निभाता है। अगर आप उनसे कभी बात नहीं करती है तो भी वह बुरा नहीं मानते है लेकिन आप जब भी उनसे बात करें, वो हमेशा उतने ही प्यार से जबाब देते है। ऐसे लोगों के साथ आप बेहद महसूस करती है।
आंखों का तारा वाली दोस्त : हर महिला की कुछ दोस्तें ऐसी होती है जिनसे वह मस्त होकर गपशप मारती है। वह उन लोगों के साथ बैठकर चुगली करती है, नौकरी में पैसे कट जाने के बारे में बताती है, पति की शिकायत करती है, सास की चुगली करती है। ऐसे दोस्त, महिलाओं के फर्स्ट सर्कल में आते है। ऐसे दोस्तों के साथ महिला का सबसे ज्यादा समय बीतता है।