16 दिवसीय गणगौर पूजन का समापन
सिलीगुड़ी: आज सिलीगुड़ी के 8 नंबर वार्ड खाल पाड़ा में स्थित गांधी मैदान में गणगौर उत्सव धूमधाम के साथ मनाया गया साथ ही आज सोलह दिनों की पूजा अर्चना के बाद आज गणगोर को भावभीनी विदाई देते हुए विसर्जन किया गया । होली के तुरंत बाद ही गणगौर उत्सव गणगौर पूजन के साथ शुरू हो जाता है जिसमें विशेष रूप से नई विवाहित युवतियां गणगौर की पूजा अर्चना करती हैं साथ ही सुबह दोपहर तथा शाम को 16 दिनों तक यह पूजा चलती रहती है अपने सुहाग की रक्षा, प्यार की कामना के साथ गणगौर उत्सव मनाया जाता है। सभी विवाहित महिलाएं इस उत्सव को मनाती हैं। मुख्य रूप से गणगौर पूजन में शिव और पार्वती की पूजा की जाती है। कोरोना महामारी के कारण 2 सालों से यह उत्सव काफी फीका पड़ गया था लेकिन इस बार महिलाओं ने मिलकर काफी अच्छे से अपने नियम के साथ और उत्साह पूर्वक गणगौर उत्सव मनाया है। आठ नंबर वार्ड की वार्ड पार्षद शालिनी डालमिया ने बताया कि यह हमारे समाज का पारंपरिक, सांस्कृतिक, धार्मिक त्यौहार है जो हम हर साल लगातार 16 दिनों तक करते हैं और फिर आज ही के दिन अंतिम दिन गणगौर की विदाई के साथ विसर्जन करते हैं और धूमधाम से सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन करते हैं। सिलीगुड़ी समाज की प्रसिद्ध लेखिका बबीता अग्रवाल ने बताया कि सदियों से गणगौर पूजन का उत्सव चलता आ रहा है। यह हमारी परंपरा और संस्कृति से जुड़ा हुआ पर्व है। आज के इस गणगौर उत्सव में सिलीगुड़ी शहर की विभिन्न संस्थाओं की महिलाएं भी जुड़ी हुई थी जिसमें मुस्कान, नामक संस्था थी । नारी शक्ति, तथा मां भवानी मंजू माता महिला परिवार की सदस्याएं भी भरी तादाद में उपस्थित थी वही तेरापंथ महिला मंडल, भी । नारी शक्ति की अध्यक्ष शशि जैन ने बताया की यह पर्व हम हर साल धूमधाम से मनाते है। तेरापंथ महिला मंडल की अध्यक्ष मनीषा सुराणा ने कहां की गणगौर पर्व से हमारे जीवन में एक नया उत्साह और शक्ति तथा प्रेम की भावना बढ़ती है।