केरल / डिजिटल बुक और ई-लैंग्वेज लैब से अंग्रेजी  सीखेंगे विद्यार्थी

ऑडियो-वीडियो प्रारूप में होगी पाठ्यपुस्तक
बच्चों की इंग्लिश लर्निंग को और मजबूत करने के मकसद से केरल इंफ्रास्ट्रचर एंड टेक्नोलॉजी ऑफ एजुकेशन (केआईटीई) ने स्कूलों में हाई टेक लैब की शुरुआत की है। इंग्लिश सुधारने के लिए शुरू हुई इस मुहिम को ई3 (इंजॉय, एनहांस और एनरिच) नाम दिया गया है। इस बारे में बताते हुए राज्य के शिक्षा मंत्री सी.रवींद्रनाथ ने बताया कि इसके लिए सभी शिक्षकों को प्रशिक्षित किया जायेगा।  इसके बाद इस सत्र ,से ही नयी प्रणाली को शुरू कर दिया जाएगा।
वहीं केआईटीई के सीईओ के अनवर सदत ने कहा कि इस परियोजना का मकसद विद्यार्थियों में अंग्रेजी भाषा की समझ को और विकसित करना हैं। इसके लिए केरल के स्कूलों में तकनीक का इस्तेमाल कर इसे मजेदार बनाने की कोशिश की जा रही है। इस प्रोजेक्ट के तहत बच्चों को समग्र ई-लाइब्रेरी और डिजिटल बुक जैसी सुविधाएं भी मिलेंगी। यह बुक ऑडियो और वीडियो दोनों प्रारूप के उपलब्ध रहेगी। इसके अलावा समग्र ई-लाइब्रेरी में करीब 200 डिजिटल मल्टीकलर स्टोरी बुक भी अपलोड की जा चुकी हैं।
साथ ही इसमें एक ई-लैंग्वेज लैब भी होगा जिसमें मौजूद लैंग्वेज लैब सॉफ्टवेयर बच्चों को इंग्लिश की ग्रामर,वोकेबुलरी,राइटिंग,स्पीकिंग,लिसनिंग, रीडिंग आदि विकसित करने का मौका देगी। इस प्रोजेक्ट के तहत बच्चों के लिए मल्टीमीडिया प्रोग्राम भी उपलब्ध होगा, जिसमें ब्रॉडकास्ट लेसन के जरिए वह बातचीत और कोर्स में प्रयुक्त अंग्रेजी के बारे में इंटरेक्टिव मोड में सीख सकेंगे। केआईटीई और एससीईआरटी मिलकर स्कूलों में शुरू किए जाने वाले इस प्रोजेक्ट की निगरानी भी करेंगे।

शुभजिता

शुभजिता की कोशिश समस्याओं के साथ ही उत्कृष्ट सकारात्मक व सृजनात्मक खबरों को साभार संग्रहित कर आगे ले जाना है। अब आप भी शुभजिता में लिख सकते हैं, बस नियमों का ध्यान रखें। चयनित खबरें, आलेख व सृजनात्मक सामग्री इस वेबपत्रिका पर प्रकाशित की जाएगी। अगर आप भी कुछ सकारात्मक कर रहे हैं तो कमेन्ट्स बॉक्स में बताएँ या हमें ई मेल करें। इसके साथ ही प्रकाशित आलेखों के आधार पर किसी भी प्रकार की औषधि, नुस्खे उपयोग में लाने से पूर्व अपने चिकित्सक, सौंदर्य विशेषज्ञ या किसी भी विशेषज्ञ की सलाह अवश्य लें। इसके अतिरिक्त खबरों या ऑफर के आधार पर खरीददारी से पूर्व आप खुद पड़ताल अवश्य करें। इसके साथ ही कमेन्ट्स बॉक्स में टिप्पणी करते समय मर्यादित, संतुलित टिप्पणी ही करें।