कृष्णा कोहली ने शनिवार को पाकिस्तान में सीनेट का चुनाव जीत लिया है। वह पाक सीनेटर बनने वाली पहली हिंदू दलित महिला हैं। उन्हें पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी ने सिंध क्षेत्र से टिकट दिया था।
इस जीत के बाद सोशल मीडिया पर कृष्णा को बधाई देने का दौर शुरू हो गया है। पाकिस्तान के जाने माने पत्रकार हामिद ने ट्वीट किया, गरीब हिंदू महिला सीनेटर चुनी गईं। वह यह उपलब्धि हासिल करने वाली पहली दलित हिंदू महिला हैं। इसका श्रेय बिलावल भुट्टो को जाता है।
मजदूर परिवार की बेटी
कृष्णा का परिवार थरपारकर इलाके के एक गांव में रहता था। उनके दादा रूपलो कोहली ने 1857 की लड़ाई में अंग्रेजों के खिलाफ जंग लड़ी लेकिन कुछ महीने बाद उन्हें फांसी दे दी गई। वहीं कृष्णा के पिता जुगनू कोहली मजदूरी करते थे और एक बार तो उनके पूरे परिवार को तीन साल तक जमींदार की कैद में रहना पड़ा।
बाल विवाह का दर्द
16 साल की उम्र में ही कृष्णा की शादी कर दी गई। हालांकि उनके पति ने उन्हें आगे पढ़ने में मदद की। उन्होंने सिंध यूनिवर्सिटी से समाजसेवा में मास्टर डिग्री हासिल की और बाद में समाजसेवा में जुट गईं।